Dr. Santosh Kumar Dangi Archives - Sahitya Bhawan Publications https://sahityabhawanpublications.com/book-author/dr-santosh-kumar-dangi/ Sahitya Bhawan Publications Fri, 23 Aug 2024 08:02:40 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.1 https://sahityabhawanpublications.com/wp-content/uploads/2017/10/cropped-sbp_tmp_logo-32x32.png Dr. Santosh Kumar Dangi Archives - Sahitya Bhawan Publications https://sahityabhawanpublications.com/book-author/dr-santosh-kumar-dangi/ 32 32 भूगोल (Geography) https://sahityabhawanpublications.com/product/geography-hindi-book-ba-3-kolhan/ https://sahityabhawanpublications.com/product/geography-hindi-book-ba-3-kolhan/#respond Fri, 12 Jun 2020 08:24:34 +0000 https://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=12457 For B.A. (Hons.) Semester VI of Kolhan University, Chaibasa

  • Core Course 13: जैव-भूगोल (Bio-Geography)
  • Core Course 14: दक्षिणी महाद्वीप (Southern Countries)
  • Core Course (P)-6: प्रायोगिक (Practical)

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भूगोल (Geography) पुस्तक की रचना कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा के बी. ए. भूगोल (ऑनर्स) सेमेस्टर VI के तीनों प्रश्न-पत्रों हेतु निर्धारित नवीन पाठ्यक्रम तथा परीक्षा प्रश्न-पत्रों को पूर्णतया दृष्टि में रखते हुए की गई है।

‘मानचित्र भूगोल के आधार-स्तम्भ होते हैं’ इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत पुस्तक में सुन्दर, आकर्षक एवं आवश्यक मानचित्रों को दिया गया है।

विद्यार्थियों को नवीनतम् आंकड़ों से परिचित कराने के दृष्टिकोण से नवीनतम् आंकड़ों का प्रयोग किया गया है। प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न आंकड़ों की तालिकाएँ दी गई हैं।
भाषा की सरलता एवं क्रमबद्ध लेखन प्रणाली इस संस्करण की महत्वपूर्ण विशेषताओं में से है। प्रस्तुत संस्करण को अनावश्यक विस्तार एवं वाक्य.विन्यास से बचाकर एशिया की भौगोलिक परिधि तक सीमित रखा गया है।

भूगोल (Geography) Book Syllabus For B.A (Hons.) Semester VI of Kolhan University

Core Course-13 (Theory): Bio-Geography

Module-1 : Definition, scope & importance of Bio Geography relation with other sciences, development of Bio Geography—view of different Geographers; Hydrological cycle.

Module-2 : Ecology and Ecosystem; Energy flow in Ecosystem : Ecological factors of the land and their effects on plants animals; Dispersal of plants and animals. Bio-geochemical cycles.

Module-3 : Concepts of Biomes, Ecotone and community, Forest Biomes, Grassland Biomes, Desert Biomes, National Parks and Sanctuaries in India and Jharkhand.

Module-4 : Climate as determinant of Bio-Resources; Biodiversity-degradation and sustainable conservation; Factors of soil formation, Factors of soil erosion and its conservation. Present status of soil in India, Development and management of barren lands in India.

Core Course-14 (Theory): Southern Continents

Module-1 : South America: Physiography, Agriculture and Demographic setup and regional studies of Brazil.

Module-2 : Australia and New Zealand: General account of the Physiography, Diary farming and Demographic set-up, detailed regional study of New Zealand.

Module-3 : Africa: Physiography, Agriculture, grasslands (Savanna), and desert environment, Regional account of Egypt.

Module-4 : Geographical account of Argentina, South Africa, Social and cultural aspects of Bushman, Hotentot, Maori and Bora.

Core Course (P)-6: Practical

  1. (i) Scatter diagram 
    (ii) Correlation and Regression analysis.
    (iii) Application of G. I. S., Remote Sensing and Air-photography.
  2. Instrumental Survey: 
    (i) Dumpy Level Survey
    (ii) Indian Clinometer
  3. Drawing of profiles: Composite & projected. 
  4. Note Book + Regularity 
  5. Viva-Voce 

भूगोल (Geography) Book विषय.सूची 

Core Course – 13 (CC-13)
जैव.भूगोल (Bio-Geography)

  1. जैव.भूगोल की परिभाषा, कार्यक्षेत्र एवं महत्व
  2. जल.चक्र
  3. पारिस्थितिकी तथा पारिस्थितिकी तन्त्र
  4. पारिस्थितिक तन्त्र में ऊर्जा का प्रवाह
  5. पादप एवं प्राणियों का विसरण
  6. जीवोम की अवधारणा
  7. भारत तथा झारखण्ड में राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्
  8. जैव.संसाधन, जैव.विविधता, अवनयन एवं सतत संरक्षण
  9. मिट्टी निर्माण के कारक, अपरदन तथा संरक्षण
  10. भारत में बंजर भूमि का विकास तथा प्रबन्धन

Core Course – 14 (CC-14)
दक्षिणी महाद्वीप (Southern Continents)

दक्षिणी अमेरिका

  1. सामान्य परिचय एवं भू.आकृति
  2. जनसंख्या
  3. कृषि
  4. ब्राजील का क्षेत्रीय अध्ययन

आस्ट्रेलिया

  1. आस्ट्रेलिया: सामान्य परिचय एवं भू.आकृति
  2. जलवायु
  3. अपवाह प्रणाली एवं जल संसाधन
  4. मिट्टी एवं प्राकृतिक वनस्पति
  5. खनिज संसाधन
  6. डेरी फाॅर्मिंग
  7. कृषि
  8. उद्योग
  9. परिवहन
  10. जनसंख्या

न्यूजीलैण्ड का प्रादेशिक भूगोल

  1. सामान्य परिचय

अफ्रीका

  1. अफ्रीका का भौतिक स्वरूप
  2. घास के मैदान (सवाना) और मरुस्थलीय वातावरण
  3. मिस्र
  4. नाइजीरिया
  5. दक्षिण अफ्रीका गणराज्य
  6. अर्जेनटीन-पाम्पा प्रदेश
  7. बुशमैन, मसाई एवं बोरो का सामाजिक तथा सांस्कृतिक पक्ष का अध्ययन

Core Course (P)-6 CC (P)-6]
प्रायोगिक (Practical)

  1. प्रकीर्ण आरेख, प्रतीपगमन एवं सहसम्बन्ध विश्लेषण
  2. दूर संवेदन का परिचय, वायु फोटोचित्र एवं उपग्रहीय बिम्बावली
  3. डम्पी लेवल (तलमापी) सर्वेक्षण
  4. भारतीय क्लाइनोमीटर
  5. परिच्छेदिकाओं की रचना

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जैव भूगोल (Bio – Geography) https://sahityabhawanpublications.com/product/bio-geography-hindi-book-ba-2-3/ https://sahityabhawanpublications.com/product/bio-geography-hindi-book-ba-2-3/#comments Thu, 02 May 2019 11:30:53 +0000 https://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=7693
  • For B.A. Semester III of Vinoba Bhave University, Hazaribagh & Sido Kanu Murmu University, Dumka and Semester VI of Kolhan University, Chaibasa
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    जैव भूगोल Bio – Geography Book For B.A. Semester III of Vinoba Bhave University, Hazaribagh & Sido Kanu Murmu University, Dumka and Semester VI of Kolhan University, Chaibasa

    भागोलिक क्षेत्रों में प्रजातियों के वितरण के पैटर्न को आमतौर पर ऐतिहासिक कारकों के संयोजन के माध्यम से समझाया जा सकता है जैसे किकृवैश्वीकरण, विलुप्त होने, महाद्वीपीय बहाव और हिमाच्छादन प्रजातियों के भौगोलिक वितरण को देखकर, हम समुद्र के स्तर, नदी मार्गों, निवास स्थान और नदी के कब्जे में सम्बन्धित विविधताओं को देख सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यह विज्ञान भू-भौगोलिक क्षेत्रों और अलगाव की भौगोलिक बाधाओं एवं साथ ही उपलब्ध पारिस्थितिक तंत्र ऊर्जा आपूर्ति को भी समझता है।

    पारिस्थितिकीय परिवर्तनों की अवधि में, जीव-विज्ञान में पौधे और पशु प्रजातियों के अध्ययन में शामिल हैं: उनके पिछले और वर्तमान जीवित रीफ्यूगियम निवास, उनकी अंतरिम रहने वाली साइटें और उनके अस्तित्व वाले लोकेल। जैसा कि लेखक डेविस किमामैन ने कहा था ”जीवनी विज्ञान से अधिक पूछता है कि कौन-सी प्रजातियां हैं और कहां हैं। यह भी क्यों पूछता है? और कभी-कभी ज्यादा महत्वपूर्ण क्यों हैं, क्यों नहीं?
    आधुनिक जीवविज्ञान अक्सर जीवों के वितरण को प्रभावित करने वाले कारकों को समझने के लिए, भौगोलिक सूचना प्रणाली का इस्तेमाल करते हैं और जीव वितरण में भविष्य के रुझानों की भविष्यवाणी करते हैं। अक्सर गणितीय माॅडल और जी. आई. एस. उन पारिस्थितिक समस्याओं को हल करने के लिए कार्यरत हैं, जो उनके लिए स्थानिक पहलू है।

    जीवविज्ञान दुनिया के द्वीपों पर सबसे अधिक ध्यानपूर्वक मनाया जाता है। ये आवास अक्सर अध्ययन के लिए अधिक प्रबन्धनीय क्षेत्र होतेे हैं, क्योंकि वे मुख्य भूमि पर बड़े पारिस्थितिक तन्त्र से अधिक घनीभूत होते हैं। द्वीप समूह भी आदर्श स्थान है, क्योंकि वे वैज्ञानिकों को आश्रयों को देखने की अनुमति देते हैं कि नई आक्रामक प्रजातियों ने हाल ही में उपनिवेश किया है और वे देख सकते हैं कि वे पूरे द्वीप में कैसे फैले हुए हैं और इसे बदल सकते हैं। वे फिर से इसी तरह के लेकिन अधिक जटिल मुख्य भूमि निवास के लिए अपनी समझ लागू कर सकते हैं, द्वीपों को उनके बायोम में बहुत ही विविधता है, जो कि उष्णकटिबंधीय से आर्टटिक जलवायु तक है। निवास में यह विविधता दुनिया के विभिन्न हिस्सोें में प्रजातियों के अध्ययन की एक विस्तृत शृंखला के लिए अनुमति देता है।

    जैव भूगोल Bio – Geography Book विषय-सूची

    जैव-भूगोल

    1. जैव-भूगोल की परिभाषा, कार्यक्षेत्र एवं महत्व
    2. जल-चक्र
    3. पारिस्थितिकी तथा पारिस्थितिकी तन्त्र
    4. पारिस्थितिक तन्त्र में ऊर्जा का प्रवाह
    5. पादप एवं प्राणियों का विसरण
    6. जीवोम की अवधारणा
    7. भारत तथा झारखण्ड में राष्ट्रीय उद्यान एवं अभयारण्य
    8. जैव-संसाधन, जैव-विविधता, अवनयन एवं सतत संरक्षण
    9. मिट्टी निर्माण के कारक, अपरदन तथा संरक्षण
    10. भारत में बंजर भूमि का विकास तथा प्रबन्धन

    प्रयोगात्मक भूगोल

    1. समपटल सर्वेक्षण: प्लेन टेबल सर्वेक्षण: विकिरण विधि, प्रतिच्छेदन विधि
    2. प्रिज्मीय दिक्सूचक या कम्पास, विवृत चंक्रम, संवृत चंक्रम
    3. वर्षातापीय रेखाचित्र, प्रभावारेख (क्लाइमोग्राफ), आरेखकृखाद्य शृंखला, आहार जाल तथा ऊर्जा प्रवाह
    4. प्रकीर्ण आरेख, प्रतीपगमन एवं सहसम्बन्ध विश्लेषण
    5. दूर संवेदन का परिचय, वायु फोटोचित्र एवं उपग्रहीय बिम्बावली
    6. डम्पी लेवल (तलमापी) सर्वेक्षण
    7. भारतीय क्लाइनोमीटर
    8. परिच्छेदिकाओं की रचना

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    https://sahityabhawanpublications.com/product/bio-geography-hindi-book-ba-2-3/feed/ 3 7693
    जनसंख्या भूगोल (Population Geography) https://sahityabhawanpublications.com/product/population-geography-hindi-book-ba-3/ https://sahityabhawanpublications.com/product/population-geography-hindi-book-ba-3/#comments Fri, 26 Apr 2019 13:41:16 +0000 https://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=7599
  • For B.A. Semester IV of Ranchi University, Ranchi & Semester V of Vinoba Bhave University, Hazaribagh
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    जनसंख्या भूगोल Population Geography Book For B.A. Semester IV of Ranchi University, Ranchi & Semester V of Vinoba Bhave University, Hazaribagh

    मानव भूगोल की प्रमुख शाखा जनसंख्या भूगोल है। जनसंख्या के अध्ययन में प्रयुक्त होने वाले सभी आंकड़े, जनसंख्या की परिभाषा, जनगणना, विवरण, वृद्धि, जन्मतता, आयु संरचना, लिंग, जनांकिकीय संक्रमण, घनत्व, जनसंख्या नीति को इस पुस्तक में स्थान दिया गया है। विनोबा भावे पाठ्यक्रम को ध्यान में रखकर पुस्तक की रचना की गई है। यह नवीन आंकड़ों पर आधारित पुस्तक है। इस पुस्तक की रचना में जनसंख्या भूगोल पर लिखी गई पुस्तकें, भारतीय जनगणना के आंकड़े, विश्व जनसंख्या के आंकड़े, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख आंकड़े आदि का सहयोग लिया गया है। पुस्तक में जनसंख्या के वर्तमान विकास को ध्यान में रखते हुए विभिन्न पहलू पर ध्यान देकर लिखा गया है।

    जनसंख्या भूगोल Population Geography विषय-सूची

    1. जनसंख्या भूगोल की प्रवृत्ति तथा विषय-क्षेत्र
    2. जनसंख्या आंकड़ों के स्रोत एवं प्रकार
    3. विश्व जनसंख्या: वृद्धि के कारण तथा परिणाम
    4. जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक
    5. प्रवास: प्रकार तथा निर्धारक तत्व
    6. शहरीकरण की प्रवृत्ति तथा प्रतिरूप
    7. जनसंख्या गतिकी: जन्मतता, मत्र्यता, आयु तथा लिंग संरचना
    8. व्यावसायिक संरचना
    9. जनसांख्यिकीय संक्रमण तथा माल्थस का सिद्धान्त
    10. मानव विकास सूचकांक तथा प्रतिरूप
    11. जनसंख्या का आकार एवं वृद्धि, जनसंख्या के वितरण, घनत्व के प्रकार
    12. जनसंख्या की समस्या तथा जनसंख्या नीति
    13. विश्व जनसंख्या और साधन
    14. मानव जनसंख्या एवं पर्यावरण

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    https://sahityabhawanpublications.com/product/population-geography-hindi-book-ba-3/feed/ 1 7599
    भूगोल में समकालीन मुददे (Contemporary Issues in Geography) https://sahityabhawanpublications.com/product/contemporary-issues-geography-hindi-book-ba-2/ https://sahityabhawanpublications.com/product/contemporary-issues-geography-hindi-book-ba-2/#respond Fri, 19 Apr 2019 11:04:44 +0000 https://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=7516
  • For B.A. Semester II of Vinoba Bhave University Hazaribag, Kolhan University Chaibasa, Sido Kanu Murmu University Dumka
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    भूगोल में समसामयिक समस्या प्राकृतिक तथा मानवीय क्रियाकलापों द्वारा उत्पन्न होती हैं। इस भूगोल में समकालीन मुददे Contemporary Issues in Geography पुस्तक की रचना विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग; कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा एवं सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका के बी. ए. (प्रतिष्ठा) भूगोल सेमेस्टर.II के नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है। इसके अतिरिक्त यह पुस्तक भारतवर्ष के सभी विश्वविद्यालयों, विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा एवं झारखण्ड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए उपयोगी होगी।

    प्रस्तुत भूगोल में समकालीन मुददे Contemporary Issues in Geography पुस्तक को कुल सोलह अध्यायों में विभक्त किया गया है, जिसमें समकालीन मुद्दे: अर्थ, महत्व एवं कार्य-क्षेत्र, पारिस्थितिकी, पृथ्वी की वहन क्षमता, भूस्खलन, मिट्टी अपरदन, भूकम्प, ज्वालामुखी विस्फोट, बाढ़ सूखा, चक्रवात, ओजोन क्षरण, सुनामी, एलनिनों एवं लानिना, समुद्री प्रदूषण, वन-विनाश, महामारी, जब प्रबन्धन, अतिरेक जनसंख्या, प्रवास, ऊर्जा संकट, नगरीकरण, गरीबी, प्रादेशिक विभिन्नता, संसाधनों का दोहने, वैकल्पिक ऊर्जा, आतंकवाद, प्रजाति, धर्म तथा जाति HIV/AIDS बेरोजगारी, युद्ध, चरमपंथी, घुसपैठ, तेल की राजनीति, जल की राजनीति, परमाणु हथियार, व्यावहारिक भूगोल, सतत् सम्पोषित विकास, उदारीकरण, वैश्वीकरण तथा निजीकरण, जलवायु परिवर्तन, भू-ताप, मानव विकास सूचकांक, सामाजिक असमानता, जनसंख्या वृद्धि, भूख, कुपोषण तथा खाद्य सुरक्षा, मृत्युक्रम एवं अवस्थता की संख्या को प्रमुखता से स्थान दिया गया है।

    भूगोल में समकालीन मुददे Contemporary Issues in Geography Syllabus For B.A. Semester II of Vinoba Bhave University Hazaribag, Kolhan University Chaibasa, Sido Kanu Murmu University Dumka

    Module I

    Meaning, Scope and Importance of contemporary issues; Importance of study of contemporary issues in Geography in the Context of Ecological Foot-print, Carrying Capacity of the Earth and Human Welfare.

    Module II

    Physical (Geomorphic/Climatic/Oceanic/Biological) issues: Causes and effects of
    (a) Landslides; Soil Erosion; Earthquakes; Volcanic Explosion
    (b) Floods; Droughts; Cyclones; Ozone depletion; Tsunami; El Nino and La Nina; Marine pollution
    (c) Deforestation; Forest fire; Epidemics; Watershed Management

    Module III

    Human (Population/Economic/Social/Political): Causes and effects of
    (a) Overpopulation; Migration; Energy crisis; Urbanization
    (b) Poverty; Regional disparity; Exploitation of resources; Energy Crisis and Alternative Energy
    (c) Terrorism; Conflicts due to race, religion, and caste; HIV/AIDS; Unemployment
    (d) Wars and Extremists Activity; Infiltration in India; Oil Politics; Water politics; Nuclear weapons

    Module IV

    Modern theme in Geography:
    (a) Applied Geography, Sustainable Development, Liberalization, Globalization, and Privatization
    (b) Climate Change, Global Warming, and International Efforts and Response
    (c) Basic indicators of human and gender development; Social inequality as the constraint of development
    (d) Population growth, Malnutrition, Food Security and Hunger, Morbidity and Mortality

    भूगोल में समकालीन मुददे Contemporary Issues in Geography Book विषय-सूची

    1. समकालीन मुद्दे: अर्थ, महत्व एवं कार्य-क्षेत्र
    2. पारिस्थितिकी प्रभाविता की समस्या के महत्व का अध्ययन
    3. पृथ्वी की वहन क्षमता तथा मानव कल्याण
    4. भू-स्खलन, मृदा अपरदन, भूकम्प, ज्वालामुखी विस्फोट
    5. बाढ़ सूखा, चक्रवात, ओजोन क्षरण, सुनामी, एलनिनो तथा ला-निना, महासागरीय प्रदूषण
    6. निर्वनीकरण, वन अग्नि, माहामारी, जल प्रबंधन
    7. अतिरेक जनसंख्या, प्रवास, ऊर्जा संकट, नगरीकरण
    8. गरीबी, प्रादेशिक विभिन्नता, संसाधनों का दोहन, वैकल्पिक ऊर्जा
    9. आतंकवाद, प्रजाति, धर्म तथा जाति, HIV/AIDS, बेरोजगारी
    10. युद्ध, चरमपंथी, भारत में घुसपैठ, तेल की राजनीति, जल की राजनीति, परमाणु हथियार
    11. व्यावहारिक भूगोल, सतत् सम्पोषित विकास, वैश्वीकरण, उदारीकरण, निजीकरण
    12. जलवायु परिवर्तन, भू-मण्डलीय तापन
    13. मानव विकास संसाधन: सूचकांक, सामाजिक असमानता तथा लैंगिक विषमता
    14. विश्व जनसंख्या: वृद्धि के कारण तथा परिणाम
    15. भूख, कुपोषण एवं खाद्य सुरक्षा
    16. मृत्युक्रम एवं अस्वस्थता

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    भूगोल (Geography) https://sahityabhawanpublications.com/product/geography-book-ba-1-npu-ranchiuniversity/ https://sahityabhawanpublications.com/product/geography-book-ba-1-npu-ranchiuniversity/#comments Sun, 10 Feb 2019 10:16:02 +0000 https://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=6941 For B.A (Hons.) Geography Semester II of Ranchi University, Nilamber Pitamber University

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    भूगोल Geography पुस्तक रांची विश्वविद्यालय, रांची और नीलांबर-पीतंबर विश्वविद्यालय, मेदिनीनगर पलामू के बी. ए. (ऑनर्स) भूगोल सेमेस्टर-II के नवीन CBCS पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है। पुस्तक में इस बात का हर सम्भव प्रयास किया गया है कि विद्यार्थियों को नए पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों पर स्तरीय विस्तृत पाठ्य-सामग्री उपलब्ध हो सके। नवीन आंकड़ों के लिए यथास्थान प्रामाणिक स्रोतों की सहायता लेकर पुस्त को सर्वत्र सर्वाधिक उपयोगी बनाने का पूरा-पूरा प्रयास किया गया है।
    पुस्तक को छात्रों के हित में प्रामाणिक एवं सहजता से समझी जाने योग्य बनाने के लिए इसमें सरल एवं सामान्य भाषा का उपयोग करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण शब्दों के लिए अंग्रेजी भाषा के शब्दों को भी यथास्थान दे दिया गया है। प्रत्येक अध्याय के अन्त में महत्वपूर्ण प्रश्नों को परीक्षोपयोगी प्रश्न के अन्तर्गत दे दिया गया है।
    भूगोल Geography Book विषय-सूची
    Core Course C 3 : मानव भूगोल Human Geography
    1. मानव भूगोल : उसका अर्थ और परिभाषाएं
    2. मानव भूगोल का क्षेत्र एवं शाखाएं
    3. मानव भूगोल की प्रमुख विचारधाराएं एवं समकालीन प्रासंगिकता
    4. समाज एवं परिवेश, सांस्कृतिक प्रदेश
    5. मानव प्रजातियां
    6. भारत की प्रजातियां
    7. धर्म और भाषा
    8. जनसंख्या की वृद्धि एवं वितरण
    9. मानव अधिवास
    10. ग्रामीण बस्तियां
    11. नगरीय बस्तियां
    12. संसाधन तथा जनसंख्या
    Core Course C 4 : संसाधन Resource Geography
    1. प्राकृतिक संसाधन की संकल्पना तथा वर्गीकरण
    2. भूमि संसाधन तथा जल संसाधन का वितरण, उपयोगिता समस्या तथा प्रबंधन
    3. वन तथा ऊर्जा संसाधनों का वितरण, उपयोगिता समस्या तथा प्रबंधन
    4. प्राकृतिक संसाधन का संरक्षण तथा मूल्यांकन
    5. समपोषणीय संसाधन विकास
    Geography Practical C 3 + C 4 Lab : विषयगत मानचित्रण (प्रयोगात्मक)
    1. मानचित्रविज्ञान की प्रकृति एवं विषय-क्षेत्र
    2. मानचित्र एवं मानचित्र वर्गीकरण
    3. भौगोलिक आंकड़ों का आरेखीय प्रदर्शन (आरेखों के प्रकार, दण्ड आरेख एवं स्तम्भ चार्ट, रेखीय आरेख, वृत्तीय आरेख, खण्ड आरेख, पाई आरेख)
    4. मानचित्रकला-मानचित्र निर्माण एवं मानचित्रण तकनीक और मानचित्रों के प्रकार
    5. मानचित्र कला की तकनीकों का अनुप्रयोग (वायुफोटो एवं सेटेलाइट आंकड़े, वायुफोटोग्राफ और सुदूर संवेदन आंकड़ा उत्पाद से मानचित्र कला, आंकड़ों का जननयन, मानचित्र कला में कम्प्यूटर का अनुप्रयोग, मानचित्र कला एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली)

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    https://sahityabhawanpublications.com/product/geography-book-ba-1-npu-ranchiuniversity/feed/ 1 6941
    भूगोल (Geography) [For Vinoba Bhave University Hazaribagh, Sido Kanhu Murmu University Dumka and Kolhan University Chaibasa] https://sahityabhawanpublications.com/product/geography-12/ https://sahityabhawanpublications.com/product/geography-12/#comments Wed, 08 Nov 2017 05:22:47 +0000 http://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=4043 विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग, सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका, कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा के बी.ए. (ऑनर्स) भूगोल सेमेस्टर-I के नवीन पाठ्यक्रमानुसार :
    Paper 1 (Core 1) : भूगोल का परिचय
    Paper 2 (Core 2) : भू-विवर्तनिकी और भू.आकृति
    Paper 3 (Core 1 and 2 Practical) : प्रयोगात्मक भूगोल
    Edition 2019

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    भूगोल (Geography) पुस्तक विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग, कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा तथा सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका बी. ए.(ऑनर्स) भूगोल सेमेस्टर I के (CBCS) नवीनतम् पाठ्यक्रमानुसार लिखी गई है।

    • पुस्तक में तीनों प्रश्न-पत्रों के लिए निर्धारित पाठ्यक्रमानुसार विषय-सामग्री का समावेश किया गया है।
    • पुस्तक की भाषा को और अधिक सरल, सुबोध एवं रोचक बनाया गया है। हिन्दी के कठिन शब्दों के साथ अंग्रेजी रूपान्तर भी दिया गया है ताकि विद्यार्थी विषय को आसानी से समझ सकें।
    • पुस्तक में नवीनतम् आंकड़े दिए गए हैं तथा चित्रों, रेखाचित्रों एवं मानचित्रों की संख्या में वृद्धि की गई है।

    भूगोल (Geography) Book Syllabus

    Paper-1: Introduction to Geography

    Module I: Nature and Scope of Geography; Geography as a science; place of Geography in classification of Sciences, concept of space and concept of landscape (Regional & cultural)

    Module II: Geography in Ancient (Greek, Rome and India) and Medieval period; Development of Geography in Modern period (German School, French School, British School and American Scool), Contribution of Humboldt, Ritter, Ratzel Blache and Hartshorne to Geography.

    Module III: Methods and Technique in Geography: Quantitative, Behavioural, Radical, Humanistic, and Environmental; Remote sensing, GIS, GPS and Computer Cartography, Trends in Geography in Renaissance period.

    Module IV: Geographical Knowledge and people-Career in Geography, Noted Indian Geographers who contributed to Development of India, Man-Environment Relationship, GEnder Geography in modern times in Indian context.

    PAPER-2: (Theory) Geo-Tectonics and Geomorphology

    Module I: Geo-tectonics: Origin of the Earth with particular reference to Big Bang Theory: Geological time scale and relate topographic and structural evolution: Isostasy: Airy and Pratt; Folds and Faults-origin, types and their topographic expressions; Plate Tectonics: plate tectonic processes–seafloor spreading, subduction, orogenesis, earthquake and vulcanicity.

    Module II: Geomorphology General Degradational Processes: Processes of rock weathering and their effects on landform; Fluvial processes and landforms; Glacial processes and landforms; fluvioglacial landforms; Aeolian processes and landforms; Fluvio-aeolian processes

    Module III: Geomorphology and Structure: Basic concepts of Geomorphology; Landforms on granite and basalt; Landforms on limestone; Development of river network and landforms; on
    uniclinal and folded structures.

    Module IV: Theories of Geomorphology: Normal cycle of erosion by W.M. Davis; Views of W. Penck on the normal cycle of erosion; Cycle of Pediplanation by L.C. King; Dynamic Equilibrium theroy by J.T Hack

    भूगोल (Geography) Book विषय-सूची

    Paper-I (भूगोल का परिचय)

    1.  भूगोल की परिभाषा, प्रकृति तथा कार्य-क्षेत्र
    2.  प्राचीन काल में भूगोल की विचारधाराएं
    3.  मध्ययुगीन काल में भूगोल की विचारधाराएं
    4.  फ्रांसीसी भूगोल की विचारधाराएं
    5.  ब्रिटिश विचारधाराएं
    6.  अमेरिकन भौगोलिक विचारधाराएं
    7.  भूगोल में विधि तथा तकनीक
    8.  भौगोलिक ज्ञान तथा व्यक्ति-रोजगार के अवसर
    9.  भारतीय भूगोलवेत्ताओं का योगदान
    10.  मानव-पर्यावरण सम्बन्ध तथा लिंग भूगोल

    Paper-II (भू-विवर्तनिकी और भू-आकृति)

    1.  पृथ्वी की उत्पत्ति के प्रमुख सिद्धान्त
    2.  पृथ्वी का भू-वैज्ञानिक इतिहास या भू-वैज्ञानिक समय मापनी
    3.  भू-सन्तुलन की संकल्पना
    4.  वलन एवं भ्रंश
    5.  प्लेट विवर्तनिकी सिद्धान्त
    6.  ज्वालामुखी
    7.  भूकम्प
    8.  अपक्षय
    9.  जलीय प्रक्रिया
    10.  हिमानी प्रक्रम
    11.  वायु द्वारा निर्मित भू-दृश्य
    12.  चूना पत्थर पर निर्मित भू-दृश्य
    13.  नदी तन्त्र का विकास
    14.  भू-आकृति विज्ञान का सिद्धान्त

    Paper-III (प्रयोगात्मक भूगोल)

    1. मानचित्रकला की प्रकृति एवं क्षेत्र
    2.  मापनी की रचना: साधारण, तुलनात्मक तथा विकर्ण मापनी
    3.  ढाल विश्लेषण
    4.  परिच्छेदिका, नदी परिच्छेदिका
    5.  स्थलाकृति मानचित्रों की विवेचना
    6.  ग्राम का सर्वेक्षण
    •  मौखिक प्रश्नोत्तर

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    आर्थिक भूगोल (Economic Geography) https://sahityabhawanpublications.com/product/economic-geography-2/ https://sahityabhawanpublications.com/product/economic-geography-2/#comments Sat, 14 Oct 2017 13:03:38 +0000 http://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=1369 विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग एवं सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका के बी.ए. (ऑनर्स) भूगोल सेमेस्टर V (Paper 5-2) के नवीन पाठ्यक्रमानुसार

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    प्रस्तुत आर्थिक भूगोल Economic Geography पुस्तक विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग एवं सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका के बी. ए. (ऑनर्स) भूगोल सेमेस्टर V (Paper 5-2) के नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है।

    आर्थिक भूगोल के अन्तर्गत उसके कार्य-क्षेत्र, मानव के प्राथमिक एवं गौण व्यवसाय तथा क्रियाएं (शिकार करना, वस्तुएं एकत्रित करना, लकड़ी काटना, मछली पकड़ना, पशुपालन, कृषि करने एवं खनन करने, आदि), विश्व के औद्योगिक प्रदेश एवं उनके प्रमुख उद्योग (लोहा-इस्पात, वस्त्र, आदि), परिवहन के साधन, पत्तन एवं नगरों का विकास तथा व्यापार, आदिका विस्तृत विवेचन किया गया है। पुस्तक को अद्यतन (up-to-date) बनाने की दृष्टि से World Development Report, 2016 और Statesman’s Year Book, 2014 से आंकड़े लेकर, उन्हें सरल रीति से प्रस्तुत किया गया है।

    आर्थिक भूगोल Economic Geography Book Syllabus

    Module I: Meaning and approaches to economic geography; Main concepts of economic geography; Resource : concept and classification; Resource conservation.

    Module II: Natural resources: soil, forest, and water; Mineral resources: Iron ore and bauxite; Power resources: coal and petroleum; Principal crops: wheat, rice, and cotton.

    Module III: Agricultural regions of the world (Derwent Whittlesey); Theory of agricultural location (Von Thunen); Theory of industrial location (Weber); Major industries: iron and steel, and cotton textiles.

    Module IV: World transportation : major trans-continental railways, and sea routes; WTO and International trade : patterns and trends; Major trade blocs : EEC, ASEAN; Effect of globalization on developing countries.

    आर्थिक भूगोल Economic Geography Book विषय-सूची

    1. आर्थिक भूगोल (उपागम तथा अर्थ)
    2. आर्थिक भूगोल की प्रमुख संकल्पनाएं
    3. संसाधन की संकल्पना तथा वर्गीकरण
    4. प्राकृतिक संसाधन (मिट्टी, वन तथा जल)
    5. खनिज संसाधन (लौह-अयस्क तथा बाॅक्साइट)
    6. शक्ति संसाधन (कोयला तथा पेट्रोलियम)
    7. प्रमुख फसलें (चावल, गेहूं एवं कपास)
    8. विश्व के कृषि प्रदेश
    9. वान थ्यूनेन का कृषि अवस्थिति सिद्धान्त
    10. बेवर का औद्योगिक स्थानीयकरण का सिद्धान्त
    11. प्रमुख उद्योग (इस्पात तथा सूती वस्त्र उद्योग)
    12. विश्व परिवहन (प्रमुख मार्ग, महाद्वीपीय रेलमार्ग तथा समुद्री मार्ग)
    13. विश्व व्यापार संगठन तथा अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार तथा प्रतिरूप
    14. प्रमुख व्यापार संगठन (यूरोपीय आर्थिक संगठन, दक्षिण-पूर्वी एश्यिाई राष्ट्र व्यापार संगठन)
    15. विकासशील देशों में वैश्वीकरण का प्रभाव

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    मानव भूगोल (Human Geography) https://sahityabhawanpublications.com/product/human-geography-2/ https://sahityabhawanpublications.com/product/human-geography-2/#respond Sat, 14 Oct 2017 12:55:59 +0000 http://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=1367
  • For B.A. (Hons.)Semester-V of Vinoba Bhave University Hazaribagh & Sido Kanhu Murmu University Dumka
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    प्रस्तुत मानव भूगोल Human Geography पुस्तक विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग एवं सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका के बी. ए. (ऑनर्स) भूगोल सेमेस्टर V (Paper-1) के नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है।

    मानव भूगोल की रूपरेखा से सम्बन्धित विषय-सामग्री के अन्तर्गत उसकी परिभाषा, अध्ययन क्षेत्र, उसके तथ्य, उसके आधारभूत सिद्धान्त तथा अन्य सामाजिक विज्ञानों से उसका सम्बन्ध, उसका विकास और विचारधाराओं तथा उसके स्रोत एवं यन्त्रों का अध्ययन किया गया है।
    विषय-वस्तु को अधिक ग्राह्य एवं स्पष्ट करने के लिए अनेक मानचित्रों तथा आर्थिक क्रियाओं की प्रकृति प्रदर्शित करने हेतु, अनेक आवश्यक तालिकाओं का यथास्थान उपयोग किया गया है। पुस्तक की भाषा सरल एवं सुबोध, विवेचन वैज्ञानिक एवं विषय-वस्तु का विश्लेषण वैज्ञानिक ढंग से किया गया है, जिससे छात्र पुस्तक से अधिकाधिक लाभान्वित हो सकें।

    मानव भूगोल Human Geography Syallabus For B.A. (Hons.) Semester V of Vinoba Bhave University & Sido Kanhu Murmu University

    Module I: Meaning, nature and scope of human geography; Concepts of human geography; Man environment relationships : determinism, possibilism and probabilism, and environmentalism.

    Module II: Evolution of man; Classification of races; Characteristics of races and their broad distribution; Human adaptation to the environment: Eskimo, Masai, and Bushman; Primitive people of Jharkhand: Santhal, Oraon, and Birhor.

    Module III: Growth of population; Distribution of population; Major human agglomerations; Types of Migration; Trends of Urbanization.

    Module IV: Rural settlements : characteristics, types and regional pattern; Urban settlements : evolution and classification; Rural houses in India : types, classification and regional pattern.

    मानव भूगोल Human Geography Book विषय-सूची

    1. मानव भूगोल का अर्थ, प्रकृति एवं क्षेत्र
    2. मानव भूगोल की संकल्पना
    3. मानव-पर्यावरण सम्बन्ध
    4. मानव का विकास
    5. मानव प्रजातियों का वर्गीकरण
    6. विश्व के प्रमुख प्रजाति की शारीरिक विशेषताएं एवं वितरण
    7. विशेष पर्यावरण में अनुकूल जीवनयापन में मानव अनुकूलन (एस्किमो, मसाई तथा बुशमेन)
    8. झारखण्ड की आदिम जनजाति (संथाल, उरांव तथा बिरहोर)
    9. जनसंख्या की वृद्धि एवं वितरण
    10. मानव की प्रमुख जाति समूह
    11. प्रवास के प्रकार
    12. नगरीकरण की प्रवृत्ति
    13. ग्रामीण बस्ती या बसाव (प्रकार, विशेषता तथा प्रादेशिक प्रतिरूप)
    14. नगरीय बसाव (उद्भव तथा वर्गीकरण)
    15. भारत में ग्रामीण गृह (प्रकार, वर्गीकरण तथा प्रादेशिक प्रतिरूप)

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