Latest Book on Society in India Archives - Sahitya Bhawan Publications https://sahityabhawanpublications.com/product-tag/latest-book-on-society-in-india/ Sahitya Bhawan Publications Sun, 26 May 2024 06:58:14 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7 https://sahityabhawanpublications.com/wp-content/uploads/2017/10/cropped-sbp_tmp_logo-32x32.png Latest Book on Society in India Archives - Sahitya Bhawan Publications https://sahityabhawanpublications.com/product-tag/latest-book-on-society-in-india/ 32 32 भारत में समाज (Society in India) https://sahityabhawanpublications.com/product/society-in-india-ba-2-sem/ https://sahityabhawanpublications.com/product/society-in-india-ba-2-sem/#respond Mon, 28 Feb 2022 12:50:45 +0000 https://sahityabhawanpublications.com/?post_type=product&p=20283
  • For B.A. IInd Semester of Various Universities of Uttar Pradesh
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    प्रस्तुत पुस्तक प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के बी.ए. (समाजशास्त्र) प्रथम वर्ष सेमेस्टर द्वितीय हेतु नवीन पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है |
    पुस्तक में नवीन पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है |
    पुस्तक में नवीन पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों को सम्मिलित किया गया है | पुस्तक में विषय की विवेचना इतनी सरल भाषा में की गई है की विद्यार्थियों को विषय के समझने में कोई कठिनाई न हो |
    नवीन परीक्षा प्रणाली के अनुरूप प्रत्येक अध्याय में दीर्घ उत्तरीय प्रश्न, लघु उत्तरीय प्रश्न, आती लघु उत्तरीय प्रश्न (उत्तर सहित) एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्न (उत्तर सहित) को सम्मिलित किया गया है |
    यहां भारतीय समाज के परम्परागत एवं आधुनिक आधारों को तार्किक से प्रस्तुत किया गया है पुस्तक में प्रमुख भारीतय सामाजिक संस्थाओं पर ऐतिहासिक दृष्टिकोण से विचार और वर्तमान में उनमे होने वाले परिवर्तनों को दर्शाने का किया गया है | विवाह, परिवार और जाती व्यक्ति-व्यक्ति के जीवन को अगणित रूपों में प्रभावित करते है | सम्पूर्ण समाज व्यवस्था भी इनसे बहुत कुछ अंशो में प्रभावित है | ये संस्थाएं, अनेक शताब्दियों के सफल चिन्तन का परिणाम है | आज ये परिवर्तन की शक्तयों के मध्य है | इनमें होने वाले परिवर्तनों और इनके भावी स्वरूप पर उपलब्ध शोध-परिणामों को ध्यान में रखकर विचार किया गया है | प्रस्तुत पुस्तक में वैज्ञानिक दृष्टिकोण बनाये रखते हुए नवीनतम वास्तविक तथ्यों का अनावरण करने पर विशेष जोर दिया गया है |

    भारत में समाज Society in India Syllabus For B.A. IInd Semester of Various Universities of Uttar Pradesh.

    Society in India : Structure, Organization and Change
    Course Outcome : This paper is designed in this manner, so that students are introduced to the concepts related to Indian Society. They are made familiar with the Indian Society, its linkages and continuity with past and present. It also gives insights to analyze contemporary Indian society. This paper provides comprehensive understanding of Indian society.
    Unit I : The structure and composition of Indian society : Village, Town, City, Rural-Urban linkages. Unity in diversity in Indian society.
    Unit II : Indological, Historical, Structural and Functional Perspective to study Indian Society.
    Unit III : Cultural and Ethnic diversity : Diversities in respect of language, caste, region and religious beliefs and practices.
    Unit IV : Tribal Communities in India : Geographical distribution, Problem of Assimilation, Integration and Assertion, Backwardness and Underdevelopment in Tribe.
    Unit V : Basic Institutions of Indian society : Caste, Marriage, Religion, Class and Joint Family.
    Unit VI : Social Classes in India : Agrarian-Rural, Industrial-Urban : The Middle Class; Exclusion and Inclusion, Backward classes, Dalits, Women.
    Unit VII : Population : Structure and dynamics, Demographic analysis, Population explosion, Demographic theories, Population growth and control.
    Unit VIII : Change and Transformation in Indian Society; Factors affecting National Integration : Casteism and Politics of caste in India, Communalism and Politics of communalism, Naxalism.

    विषय-सूची

    1. भारतीय समाज की संरचना एवं बनावट
    2. सरंचना : गांव एवं क़स्बा
    3. नगर : ग्रामीण-नगरीय अनुबन्ध
    4. भारतीय समाज में विविधता में एकता
    5. भारतीय समाज का अध्ययन भारतशास्त्रीय, ऐतिहासिक, संरचनात्मक एवं प्रकार्यात्मक के परिप्रेक्ष्य में
    6. सांस्कृतिक एवं संजातीय विविधता (भाषा एवं जाती के सम्बन्ध में विविधताएं)
    7. सांस्कृतिक एवं संजातीय विविधताएं (क्षेत्र, धार्मिक विशवास एवं व्यवहार के सम्बन्ध में विविधताएं)
    8. भारत में जनजातीय समुदाय (भौगोलिक वितरण, जनजातयों में पिछड़ापन एवं अल्पविकास)
    9. आत्मसात्मीकरण, एकीकरण एवं दृढीकरण की समस्या
    10. भारतीय समाज की आधारभूत संस्थाएं : जाति
    11. विवाह
    12. धर्म
    13. वर्ग
    14. संयुक्त परिवार
    15. भारत में सामाजिक वर्ग (खेतिहर (कृषिक) ग्रामीण, औद्योगिक नगरीय एवं माध्यम वर्ग)
    16. बहिष्कार, समावेश एवं पिछड़ा वर्ग
    17. दलित
    18. महिलाएं
    19. जनसंख्या (संरचना एवं गतिकी, जनांकिकीय विश्लेषण, जनसंख्या विस्फोट, जनांकिकीय सिद्धान्त, जनसंख्या वृद्धि एवं नियन्त्रण)
    20. भारतीय समाज में परिवर्तन एवं रूपान्तरण
    21. राष्ट्रीय एकीकरण को प्रभावित करने वाले कारक (जातिवाद और भारत में जाति की राजनीति, साम्प्रदायिकता और साम्प्रदायिकता और साम्प्रदायिक राजनीति एवं नक्सलवाद)

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