पर्यावरण भारतीय संस्कृति, दर्शन एवं चिन्तन का अभिन्न अंग रहा है हमारे वेदों, पुराणों पंचतंत्र व् जातक कथाओं, त्योंहारों व् संस्कारों में पर्यावरण सरंक्षण का संदेश गुंथा हुआ है, जिसे हमने पाश्चात्य भोगवादी संस्कृति के प्रभाव में बिसरा दिया है | मनुष्य प्रकृति विजय का स्वप्न साकार करने की चेष्टा में भुला बैठा है की वह भी प्रकृति पुत्र है | आधुनिक युग में प्रकृति की अवमानना व् पर्यावरण अवनयन का प्रतिफल वैश्वक तापन, प्राकृतिक आपदाओं में वृध्दि, ओजोन परत क्षरण, अम्लीय वर्षा, मरुस्थलीकरण इत्यादि रूपों में प्रकट हो रहा है | विगत दशकों में प्राकृतिक आपताओं की संख्या तथा प्रबलता में वृध्दि भविष्य में आने वाले भयावह संकट की आहट है | बढते प्रदुषण के कारण हमारी आस्था व् श्रध्दा की प्रतीक जीवनदायिनी नदियां मालवाही नालों में बदल रही है | प्राणवायु देने वाला वायुमण्डल दमघोटु हो गया है | इसके लिए शासन तंत्र की उदासीनता एवं आम नागरिक का पर्यावरण के प्रति कर्त्तव्यच्युत होना, सामान रूप से उत्तरदायी है | हमारी नदियों, झीलों, पहाड़ियों, वन सम्पदा तथा वायुमण्डल का नैसर्गिक स्वरूप बचाने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सरकार को आदेश व् प्रबन्धन शिक्षा की महती आवश्यकता है |
मानव-प्रकृति सम्बन्ध सदैव भूगोल का आधारी विषय-वास्तु रहा है | देश के अधिकांश विश्वविद्यालयों के स्नातक व् स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में “पर्यावरण तथा आपदा प्रबन्धन” प्रश्न-पत्र सम्मिलित किया गया है पर्यावरण, आपदा प्रबन्धन एवं जलवायु परिवर्तन एवं सांखियकीय तकनीकें पुस्तक की रचना उत्तर प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों व् महाविद्यालयों के न्यूनतम समान पाठ्यक्रम के अनुसार बी. ए. (भूगोल) के विद्यार्थयों के लिए पाठ्य-पुस्तक के रूप में की गई है | पूर्णत : नवीन पाठ्क्रम के अनुसार लिखित इस पुस्तक में पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों की विवेचना सरल भाषा में की गई है| प्रत्येक अध्याय के अन्त में निबंधात्मक, लघुत्तरात्मक, अति लघुत्तरात्मक, आती लघुत्तरात्मक एवं बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए है |
Deen Dayal Upadhyay Gorakhpur University
Environment, Disaster Management And Climate Change
- Unit I : Environment : Concept and component; Ecosystem : Concepts, types and components, Trophic level and Energy flow, Concept of Biogeochemical Cycle.
- Unit II : Environmental Degradation; Causes and consequences of Deforestation, soil erosion; Pollution : Air and Water pollution.
- Unit III : Environmental Hazard : Concept and typology; Earthquake, Flood, Cyclone and Drought; Concept of Disaster Management.
- Unit IV : Climate Change, Green house effects and Global warming, Ozone depletion.
Application Of Statistical Techniques In Geography
- Unit I : Types and Sources Data in Geography; Significance of Statistical Methods in Geography; Scales of Measurement (Nominal, Ordinal, Interval, Ratio)
- Unit II : Tabulation and Illustration : Frequency Distribution Table, Cross Tabulation, Graphical Presentation of Data; Histograms, Frequency Curve and Cumulative Frequency Curves.
- Unit III : Measurement of Central Tendencies; Mean, Median Mode and Standard Deviation, Z score
- Unit IV : Correlation : Rank Correlation and Simple Regression.
Syllabus For Various Universities of Uttar Pradesh
Environment, Disaster Management And Climate Change
- Unit I : Concepts and components of Environment, Ecology and Ecosystem. Environmental Education in Vedas, Indian Traditional Knowledge in Environment and Disaster Management.
- Unit II : Bio-diversity and its Conservation, Sustainable Development.
- Unit III : Deforestation, Soil Erosion, Soil Exhaustion, Desertification, Air Pollution, Water Pollution Disposal of solid waste.
- Unit IV : Ganga Action Plan, Tiger Project, Tehri Dam and Narmada Valley Project.
- Unit V : Science of Climate Change : Understanding Climate Change; Green House Gases and Global Warming.
- Unit VI : Global Climate Assessment—IPCC, Impacts of Climate Change, National Action Plan on Climate Change.
- Unit VII : Disasters, Hazards, Risk, Vulnerability, Type of Disasters, Disaster Management, Disaster Management Cycle.
- Unit VIII : Flood, Drought, Cyclone, Earthquake, Tsunami, Landslide, Chemical and Nuclear Disasters. Do’s and Dont’s During Disasters
Statistical Techniques
- Unit I : Use of Data in Geography : Significance of Statistical Methods in Geography; Sources of Data, Scales of Measurement (Nominal, Ordinal, Interval, Ratio).
- Unit II : Tabulation and Descriptive Statistics : Frequency Distribution Table, Cross Tabulation, Graphical Presentation of Data (Bar diagram, Histograms, Frequency Curve and Cumulative Frequency Curves), Measurement of Central Tendencies (Mean, Median and Mode), Measurement of Central Tendencies (Mean, Median and Mode), Measurement of Partitions (Deciles, Quartiles and Percentiles), Dispersion (Standard Deviation, Variance and Coefficient of Variation).
- Unit III : Sampling : Purposive, Random, Systematic and Stratified. Theoretical Distribution : Concept of Probability Distribution (theory only), Normal Distribution (Its Characteristics and Application of Area under Normal Curve).
- Unit IV : Correlation : Rank Correlation and Product Moment Correlation, Simple Regression and Mapping of Residuals from Regression.
विषय-सूची
- पर्यावरण की संकल्पना एवं घटक
- पारिस्थितिकी एवं पारिस्थितिक तन्त्र
- वेदों में पर्यावरण शिक्षा, भारतीय परम्परागत ज्ञान में पर्यावरण एवं आपदा प्रबन्धन
- जैव विविधता एवं संरक्षण
- सतत (सम्पोषित) विकास
- पर्यावरण ह्रास एवं पारिस्थितिकी संकट (वन विनाश, मृदा रेचन एवं मरुस्थलीकरण)
- पर्यावरण प्रदुषण (वायु प्रदुषण)
- पर्यावरण प्रदुषण : जल प्रदुषण
- पर्यावरण प्रदुषण (ठोस अपशिष्ट प्रदुषण एवं निस्तारण)
- गंगा एक्शन एक्शन प्लान, टिहरी बांध परियोजना, नर्मदा घाटी परियोजना तथा बाघ परियोजना
- पर्यावरणीय मुद्दे (अम्ल वर्षा, ओजोन परत क्षरण, ग्रीन हाउस प्रभाव, भूमण्डलीय उष्मन, जलवायु परिवर्तन, यु. एन. एफ. सी. सी. सी. आई. पि. सी. सी. व् जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्ययोजना)
- प्रकोप एवं आपदा की संकल्पना, प्रकार तथा आपदा पप्रबन्धन
- प्राकृतिक आपदाएं : बाढ़, सूखा, चक्रवात
- प्राकृतिक आपदाएं : भूकम्प, सुनामी, भूस्खलन तथा महामारी आपदा, मानवजनित आपदाएं : रासायनिक एवं आणविक आपदा
सांख्यिकीय तकनीकें
- भूगोल में तथ्यों का उपयोग (भूगोल में सांख्यकीय विधियों का महत्व)
- तथ्यों के स्रोत
- माप के पैमाने (नाममात्र, सामान्य, अन्तराल, अनुपात)
- सारणीयन एवं वर्णात्मक सांख्यकी (आवृत्ति वितरण सारणी, क्रास सारणीयन एवं वर्णात्मक सांख्यिकी (आवृत्ति वितरण सारणी, क्रास सारणीयन, आंकड़ों का आलेखी प्रदर्शन)
- केन्द्रीय प्रवृत्ति की माप (माध्य, माध्यिका, बहुलक, चतुर्थक, दशमक, शतमक, प्रमाप विचलन, प्रसारण तथा विचरण गुणांक)
- निदर्शन
- प्रायिकता वितरण की अवधारणा एवं प्रसामान्य वितरण
- सहसम्बन्ध
- प्रतीपगमन
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