प्रस्तुत पुस्तक चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालयों, मेरठ के बी. कॉम. सेमेस्टर द्वितीय हेतु शैक्षिक सत्र २०२१-२२ से प्रभावी नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है |
इस पुस्तक की निम्न विशेषताएं है :
- पुस्तक में पाठ्यक्रम के प्रत्येक शीर्षक पर विस्तृत पाठ्य सामग्री अत्यन्त सरल भाषा में दी गई है |
- पुस्तक में प्रत्येक अध्याय के अन्त में दीर्घ उत्तरिया, लघु उत्तरीय तथा बहुविकल्पीय प्रश्न दिये गये है जो सामान्यतया परीक्षा में पूछते जाते है | छात्र को अध्याय पढ़ लेने के बाद इन प्रश्नो के उत्तर खोजने में कोई कठिनाई नहीं होगी |
- अर्थशास्त्र के विभिन्न सिद्धान्तों की रेखाचित्रों एवं उदाहरणों की सहायता से इस प्रकार विवेचना की गई है जिससे छात्रों को विषय के समझने में कोई कठनाई न हो, बल्कि विषय के अध्ययन में रूचि पैदा हो |
Business Economics Syllabus For B.Com. IInd Semester of Chaudhary Charan Singh University, Meerut
- Unit I : Introduction : Meaning, Nature and Scope of Business Economics. Population Theory, Law of Demand, Law of Marginal Diminishing Utility, Elasticity of Demand, Concept and Measurement of Elasticity
of Demand Price, Income, Cross Elasticity, Determinants of Elasticity of Demand Importance of Elasticity of Demand. Thoughts of Famous Economist of India Including–Kautilya. - Unit II : Theory of Cost : Short Run and Long Run Cost Curve Traditional and Modern Approaches. Production Function : Law of Variable Proportion; Properties Ride Line, Optimum Factor Combination and Expansion Path; Return to Scale; Internal and External Economics and Diseconomies.
- Unit III : Market Structure & Pricing : Concept, Types of Markets; Perfect Competition : Characteristics, Price Determination under Perfect Competition. Monopoly : Characteristics and Price Determination under Monopoly. Oligopoly: Characteristics, Pricing Policy.
- Unit IV : Business Cycle : Various Phases and its Causes; Theory of Distribution : Marginal Productivity Theory, Wage-Meaning, Determination of Wage Rate under Perfect Competition and Monopoly, Rent Concept : Modern Theories of Rent : Interest Concept and Theories of Interest Profit—Concept and Theories of Profit.
Contents :
- भारत के सुप्रसिद्ध अर्थशास्त्री
- व्यावसायिक अर्थशास्त्र (अर्थ, प्रकृति, क्षेत्र एवं महत्व)
- मांग तथा मांग का नियम
- सीमान्त उपयोगिता ह्रास नियम
- मांग की लोच
- लागत का सिद्धान्त (परम्परागत एवं आधुनिक दृष्टिकोण
- उत्पादन फलन : परिवर्तनशील अनुपात का नियम
- समोत्पाद वक्र विश्लेषण
- पैमाने का प्रतिफल
- पैमाने की बचतें
- पूर्ण प्रतियोगिता (अर्थ, कीमत तथा उत्पादन निर्धारण)
- एकाधिकार (अर्थ, कीमत एवं उत्पादन निर्धारण
- फार्म/उधोग का सन्तुलन (अपकालीन एवं दीर्घकालीन सन्तुलन)
- एकाधिकृत प्रतियोगिता (अर्थ, विशेषताएं तथा कीमत एवं उत्पादन निर्धारण)
- व्यवसाय (अथवा व्यापार) चक्र (विभिन्न अवस्थाएं तथा इसके कारण)
- वितरण के सिद्धान्त
- मजदूरी
- लगान
- ब्याज
- लाभ
- जनसंख्या के सिद्धान्त
- बाजार संरचना (अवधारणा, बाजारों के प्रकार)
- अल्पाधिकार (विशेषताएं एवं मूल्य निर्धारण)
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