लेखांकन Accounting पुस्तक का प्रस्तुत संस्करण इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद के बी.काॅम. पार्ट-I के शैक्षणिक सत्र 2019-20 से प्रभावी पाठ्यक्रमानुसार तैयार किया गया है।
- पुस्तक के इस संस्करण को पूर्णतः संशोधित एवं परिमार्जित ही नहीं किया है, बल्कि अनेक अध्यायों में परीक्षोपयोगी महत्वपूर्ण नई पाठ्य-सामग्री तथा अनेक नए उदाहरणों एवं प्रश्नों को सम्मिलित किया गया है।
- पुस्तक की अद्वितीय विशेषता यह है कि सभी अध्यायों में अन्तिम खाते 31 मार्च को बन्द किए गए हैं। कम्पनी से सम्बन्धित अध्यायों में अन्तिम खाते कम्पनी अधिनियम, 2013 के अनुरूप बनाए गए हैं।
- पुस्तक में पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों की सरल भाषा में विवेचना की गई है।
- भारतीय लेखांकन मानक (Indian Accounting Standards) में 1-4-2018 तक की स्थिति को सम्मिलित किया गया है।
- पुस्तक के सभी अध्यायों को पूर्णतः नए सिरे से लिखा गया है।
निम्नलिखित अध्यायों को कम्पनी अधिनियम, 2013 के अनुसार पूर्णतः संशोधित एवं परिमार्जित किया गया है:
- समामेलन के पूर्व का लाभ या हानि
- कम्पनियों के एकीकरण का लेखांकन (ए. एस.-14 के अनुसार)
- सूत्रधारी कम्पनियों का लेखांकन (ए. एस.-21 के अनुसार)
- कम्पनियों का समापन
लेखांकन Accounting Book विषय-सूची
- लेखांकन
- लेखांकन की अवधारणा एवं परम्पराएं
- भारतीय लेखांकन मानक
- सरकारी लेखांकन
- पट्टे का लेखांकन (ए. एस.-19 के अनुसार)
- संचय एवं कोष
- अधिकार-शुल्क खाते
- किराया-क्रय पद्धति
- किस्त भुगतान पद्धति
- गैर-लाभकारी संस्थाओं के लेखे
- शाखा खाते
- बीमा दावे का लेखांकन
- समामेलन के पूर्व का लाभ या हानि
- कम्पनियों के एकीकरण का लेखांकन (ए. एस.-14 के अनुसार)
- सूत्रधारी कम्पनियों का लेखांकन (ए. एस.-21 सहित)
- कम्पनियों का समापन (दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता, 2016 के अनुसार संशोधित)
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