‘व्यावसायिक वित्त’ पुस्तक बिहार राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के एम.काॅम. सेमेस्टर-I हेतु नवीनतम् पाठ्यक्रमानुसार प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यन्त हर्ष का अनुभव हो रहा है।
इस नवीन संस्करण में ‘व्यावसायिक वित्त’ के विश्लेषणात्मक पक्ष की ओर विशेष ध्यान दिया गया है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए विभिन्न प्रकरणों में सैद्धान्तिक विवेचन के साथ-साथ विषय के व्यावहारिक विश्लेषण को यथोचित रूप दिया गया है। यथानुरूप विभिन्न अध्यायों में आवश्यकतानुसार Illustration और उनके Solution देने का प्रयास किया गया है, जिससे अभ्यर्थियों को वित्तीय विश्लेषण एवं नियन्त्रण की आधुनिक प्रविधियों का समुचित ज्ञान हो सके और उसका उपयोग वे प्रबन्धकीय निश्चयीकरण की प्रक्रियाओं की दक्षता के साथ कर सकें।
‘व्यावसायिक वित्त’ पुस्तक के इस संस्करण में कुल 12 अध्यायों में नवीन पाठ्यक्रम को व्यवस्थित किया गया है। संक्षेप में, पुस्तक की प्रमुख विशेषताओं को निम्न रूप में रखा जा सकता है:
- पुस्तक की भाषा सरल, बोधगम्य एवं सुरुचिपूर्ण है।
- उदाहरणों एवं प्रश्नों को सरलता से कठिनता की ओर क्रमबद्ध रूप में दिया गया है।
व्यावसायिक वित्त Business Finance Syllabus For M.Com. Semester I of Bihar Universities
Unit-II: Planning for Funds: Financial Plan – Meaning and Basic Consideration; Factors Affecting Fixed Capital and Working Capital Requirements.
Unit-IV: Pattern of Capital Requirements: Long-Term and Medium-Term Financing – Purpose, Sources, and Instruments; Short-Term Financing Purpose, Sources, and Instruments.
व्यावसायिक वित्त Business Finance Book विषय-सूची
- व्यावसायिक वित्त
- वित्तीय नियोजन
- कार्यशील पूंजी का प्रबन्धन
- पूंजीकरण
- व्यावसायिक वित्त के स्रोत: मध्यकालीन, दीर्घकालीन एवं अल्पकालीन स्रोत
- मुद्रा बाजार
- पूंजी बाजार
- म्यूचुअल फण्ड
- निवेश विकल्प
- कोष प्राप्ति
- वित्तीय संस्थान
- अंशों एवं ऋणपत्रों का अभिगोपन
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