प्रस्तुत व्यावसायिक नियमन रूपरेखा Business Regulatory Framework Book छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के बी. काॅम. प्रथम वर्ष हेतु नए पाठयक्रमानुसार पूर्णय: नये कलेवर में प्रकाशित की गई है। पुस्तक को इस नये कलेवर में पहले संस्करणों की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली एवं उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है।
पुस्तक के इस संशोधित संसकरण को पूर्णत : छत्तीसगढ़ के विभिन्न विश्वविद्यालयों में बी.कॉम. प्रथम वर्ष राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP)-2020 के शैक्षणिक सत्र 2023-24 से प्रभावी नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है
व्यावसायिक नियमन रूपरेखा (Business Regulatory Framework) Syllabus For B.Com Ist Year of Baster University, Bilaspur University, Hemchand Yadav Vishwavidyalaya, Pandit Ravishankar Shukla University, Sarguja University
- UNIT-I Law of Contract (1872)–I : Nature of contract; Classification; Offer and acceptance;
Capacity of parties to contract, free consent, Considerations, Legality of object;
Agreement declared void. - UNIT-II Special contracts; Indemnity and Guarantee, Bailment and pledge; Law of Agency— Meaning, Modes of creating Agency, Types of Agents, Personal Liability of an Agent
and Termination of Agency. - UNIT-III Sale of Goods Act (1930) : Definition, Sale and Agreement to sell, Types of Goods, Conditions and Warranties, Sale by Non-owners, Unpaid Seller, CIF, FOB and Ex- Ship Contracts.
- UNIT-IV Negotiable Instrument Act (1881) : Definition of Negotiable instrument; Feature; Promissory note; Bill of exchange cheque; Holder and holder in the due course; Crossing of a cheque, types of crossing; Negotiation; dishonour and discharge of negotiable instrument, Information technology Act, 2000 and Cyber Crime Act, 2012 related to e-Business only.
- UNIT-V The Consumer Protection Act 2019 : Main Provision, Definition of consumer, Consumer Disputes, Grievance redressal machinery; Indian Partnership Act 1932. Limited Liabilities Partnership Act 2008. Introduction of Intellectual Property Right Act—Copyright, Patent & Trademark.
व्यावसायिक नियमन रूपरेखा Business Regulatory Framework Book विषय-सूची
- भारतीय अनुबन्ध अधिनियम, 1872
- वैध अनुबन्ध के आवश्यक लक्षण
- ठहराव
- प्रस्ताव तथा स्वीकृति
- प्रतिफल
- पक्षकारों में अनुबन्ध करने की क्षमता
- पक्षकारों की स्वतन्त्र सहमति
- स्पष्ट रूप से व्यर्थ घोषित ठहराव
- संयोगिक अनुबन्ध
- अनुबन्धों का निष्पादन
- गर्भित अथवा अर्द्ध-अनुबन्ध
- अनुबन्ध-भंग के परिणाम के उपचार
- क्षतिपूर्ति तथा प्रतिभूति के अनुबन्ध
- निक्षेप सम्बन्धी अनुबन्ध
- गिरवी के अनुबन्ध
- एजेन्सी अथवा अभिकरण के अनुबन्ध
- विनिमयसाध्य लेखपत्र अधिनियम, 1881 (विनिमय साध्य लेखपत्र संशोधन अधिनियम 2002 द्वारा अद्यतन)
- उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019
- विदेशी विनिमय प्रबन्ध अधिनियम, 2000
- भारतीय साझेदारी अधिनियम, 1932
- सीमित दायित्व साझेदारी अधिनियम, 2008
- सीमित दायित्व साझेदारी समझौता और सीमित दायित्व साझेदारी का निगमन
- साझेदार और उनके सम्बन्ध
- सीमित दायित्व साझेदारी का समापन एवं विघटन
- वस्तु-विक्रय अधिनियम, 1930
- बौद्धिक सम्पदा अधिकार अधिनियम का परिचय
- कॉपीराइट अधिनियम, 1957
- पेटेन्ट अधिनियम, 1970
- ट्रेडमार्क अधिनियम, 1999
- सुचना प्रद्योगिकी अधिनियम, 2000
- साइबर अपराध अधिनियम, 2012
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