व्यावसायिक सांख्यिकी Business Statistics पुस्तक का प्रस्तुत संस्करण B.Com IIIrd, IVth Semester of Shri Agrasen Kanya PG College Varanasi हेतु निर्धारित नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार किया गया है।
- इस संस्करण की भाषा अत्यन्त सरल व सामान्य बोलचाल की है ताकि विद्यार्थी सांख्यिकी जैसे विषय को आसानी से समझ सकें। विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए पुस्तक में केवल बी. काॅम. स्तर के उदाहरण तथा अभ्यास के लिए संख्यात्मक प्रश्न दिए गए हैं।
- पुस्तक के इस संशोधित संस्करण में सभी अध्यायों को पूर्णतः संशोधित करने के साथ उदाहरणों एवं प्रश्नों में वृद्धि की गई है। इस प्रकार, पुस्तक में उदाहरण एवं प्रश्न अन्य पुस्तक की तुलना में अधिक हैं।
- इस संस्करण में निम्नलिखित अध्यायों को पूर्णतः नए सिरे से लिखा गया है तथा अनेक नए उदाहरणों एवं प्रश्नों का समावेश किया गया है:
- सांख्यिकीय माध्य: केन्द्रीय प्रवृत्ति की मापें
- निर्देशांक अथवा सूचकांक
- काल-श्रेणी का विश्लेषण
- भारतीय सांख्यिकी
- विभिन्न विश्वविद्यालयों की बी. काॅम. की परीक्षाओं में पूछे गए पिछले दस वर्ष के लगभग सभी संख्यात्मक प्रश्नों को पूर्ण हल सहित तथा कुछ प्रश्नों को अभ्यास के लिए उत्तर सहित दिया गया है।
व्यावसायिक सांख्यिकी Business Statistics Book विषय-सूची
- परिचय
- सांख्यिकीय अनुसन्धान
- अनुसन्धान की संगणना एवं निर्दशन विधियां
- प्राथमिक एवं द्वितीयक समंक संकलन
- संग्रहीत समंकों का सम्पादन: सांख्यिकी विभ्रम एवं उपसादन
- समंकों का वर्गीकरण एवं सारणीयन
- समंकों का विश्लेषण एवं निर्वचन
- आवृत्ति वितरण एवं सांख्यिकीय श्रेणी
- समंकों का चित्रमय एवं रेखीय प्रदर्शन
- आवृत्ति वितरण के बिन्दुरेख
- सांख्यिकीय माध्य: केन्द्रीय प्रवृत्ति की मापें
- विभाजन मूल्य: चतुर्थक एवं शतमक
- अपकिरण एवं इसकी मापें
- विषमता एवं इसके गुणांक/माप
- सहसम्बन्ध
- काल-श्रेणी का विश्लेषण
- निर्देशांक अथवा सूचकांक
- रेखीय प्रतीपगमन
- आन्तरगणन एवं बाह्यगणन
- सम्भावना (प्रायिकता) सिद्धान्त: सरल समस्याएं
- व्यावसायिक पूर्वानुमान
- लघुगणक, प्रतिलघुगणक, व्युत्क्रम सारणियां तथा उनका प्रयोग
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