- प्रस्तुत निगमीय लेखांकन Corporate Accounting पुस्तक बी. काॅम. द्वितीय वर्ष हेतु नए पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गयी है।
- प्रस्तुत संस्करण की महत्वपूर्ण विशेषताएं निम्नांकित हैं:
- शुद्धता अर्थात् त्रुटिविहीनता पुस्तक की एक अति विशिष्ट विशेषता है।
- पुस्तक के सभी अध्यायों को कम्पनी अधिनियम, 2013 ;1.4.2014 से प्रभावीद्ध के अनुसार पूर्णतः नए सिरे से लिखा गया है।
- सूत्रधारी कम्पनियों का समेकित (एकीकृत) चिट्ठा अध्याय को पूर्णतः संशोधित एवं परिवर्द्धित कर नई सामग्री का समावेश किया गया है।
- संशोधित पुस्तक की अद्वितीय विशेषता है कि कम्पनियों का समापन अध्याय को दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता, 2016 के आधार पर संशोधित किया गया है, साथ ही दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता, 2016 पर आधारित नए उदाहरणों एवं प्रश्नों को भी सम्मिलित किया गया है।
- कम्पनियों के वित्तीय विवरण’ अध्याय में Notification दिनांक 24 मार्च, 2021 द्वारा कम्पनी अधिनियम, 2013 की Schedule III में महत्वपूर्ण संशोधन किए गए हैं | Schedule III कम्पनी की Balance Sheet तथा Statement ऑफ़ Profit एंड Loss के बनाने से सम्बन्धित है |
- पुस्तक में नवीनतम् परीक्षा प्रश्नों को सम्मिलित करके क्रियात्मक प्रश्नों को इस प्रकार सम्मिलित किया गया है ताकि इनके अध्ययन के पश्चात् विद्यार्थी परीक्षा में पूछे जाने वाले किसी भी प्रकार के प्रशनों को सरलता से हल कर सकें।
- प्रत्येक अध्याय में व्यावहारिक उदाहरणों का चुनाव एवं उन्हें क्रमानुसार रखने का ढंग तथा अध्याय के अन्त में प्रश्नांे का चुनाव एवं क्रम इतना वैज्ञानिक एवं उचित है कि पाठक इस विषय का वास्तविक एवं पूर्ण ज्ञान अल्पावधि में सुचारु रूप से एवं कम परिश्रम से प्राप्त कर वह आत्मविश्वास जाग्रत कर सकते हैं जो इस विषय के लिए आवश्यक ही नहीं, वरन् अनिवार्य है।
Corporate Accounting Syllabus For B.Com IInd Year of Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith, Jananayak Chandrashekhar University & M.Com IIIrd Semester of Lucknow University
Objective : This course enables the students to develop awareness about corporate accounting in conformity with the provisions of Companies Act.
Unit-I : Issue, Forfeiture and Re-issue of Shares : Redemption of Preference Shares; Issue and Redemption of Debentures, Underwriting of Shares and Debentures.
Unit-II : Profits prior to Incorporation, Final Accounts, Valuation of Goodwill and Shares.
Unit-III : Accounting for Amalgamation of Companies as per Indian Accounting Standard-14; Accounting for Internal Reconstruction, Liquidation of Companies.
Unit-IV : Consolidated Balance Sheet of Holding Companies with one subsidiary only. Analysis of Financial Statement —Various Techniques Statement of changes in Financial Position on cash basis and working Capital basis. Familiarity with Indian Accounting Standard-3.
निगमीय लेखांकन Corporate Accounting Book विषय-सूची
- अंशों का निर्गमन, हरण, पुनर्निर्गमन एवं पुनर्खरीद
- पूर्वाधिकार अंशों का निर्गमन एवं शोधन
- ऋणपत्रों का निर्गमन एवं शोधन
- कम्पनियों के वित्तीय विवरण
- कम्पनियों के एकीकरण का लेखांकन (लेखांकन मानक-14 के अनुसार)
- कम्पनियों का पुनर्निर्माण
- सूत्रधारी कम्पनियों का समेकित (एकीकृत) चिट्ठा (ए. एस.-21 सहित)
- कम्पनियों का समापन (दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता, 2016)
- ख्याति का मूल्यांकन
- अंशों का मूल्यांकन
- लाभों का निपटारा (लाभांश एवं बोनस अंश)
- प्रबन्धकीय पारिश्रमिक की गणना
- समामेलन के पूर्व व पश्चात् का लाभ या हानि
- वित्तीय विवरणों का विश्लेषण एवं निर्वचन
- रोकड़ प्रवाह विवरण (भारतीय लेखांकन मानक-3 के आधार पर)
- कोष प्रवाह विवरण
- अंशों एवं ऋणपत्रों का अभिगोपन
Karn kumar –
Nice book my Best publication