निगमीय लेखांकन Corporate Accounting Book मध्य प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के बी. काॅम. द्वितीय वर्ष हेतु नए पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है।
प्रस्तुत संस्करण की महत्त्वपूर्ण विशेषताएं:
- पुस्तक के सभी अध्यायों को कम्पनी अधिनियम, 2013 (1.4.2014 से प्रभावी) अनुसार पूर्णतः नए सिरे से लिखा गया है।
- पुस्तक की एक अद्वितीय विशेषता यह है कि कम्पनियों के परिसमापन के लिए लेखांकन अध्याय में Insolvency and Bankrupty Code 2016 का समावेश किया गया है। अप्रैल 2017 के पश्चात् कम्पनी की परिसमापन इसी ब्वकम के अनुरूप होगा। इसके अतिरिक्त ख्याति का मूल्यांकन, अंशों का मूल्यांकन तथा सूत्रधारी कम्पनियों का समेकित चिट्ठा तैयार करना वाले अध्याय को पूर्णतः संशोधित किया गया है।
- मध्य प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के नवीनतम् परीक्षा प्रश्नों को सम्मिलित करके क्रियात्मक प्रश्नों को इस प्रकार सम्मिलित किया गया है ताकि इनके अध्ययन के पश्चात् विद्यार्थी परीक्षा में पूछे जाने वाले किसी भी प्रकार के प्रश्न को सरलता से हल कर सकें।
- प्रत्येक अध्याय में व्यावहारिक उदाहरणों का चुनाव एवं उन्हें क्रमानुसार रखने का ढंग तथा अध्याय के अन्त में प्रश्नों का चुनाव एवं क्रम इतना वैज्ञानिक एवं उचित है कि पाठक इस विषय का वास्तविक एवं पूर्ण ज्ञान अल्पावधि में सुचारु रूप से एवं कम परिश्रम से प्राप्त कर वह आत्मविश्वास जाग्रत कर सकते हैं, जो इस विषय के लिए आवश्यक ही नहीं, वरन् अनिवार्य है।
निगमीय लेखांकन Corporate Accounting Syllabus For B. Com II Year of Awadhesh Pratap Singh University Rewa (APSU), Barkatullah University Bhopal, Jiwaji University Gwalior, Rani Durgavati Vishwavidyalaya Jabalpur (RDVV) and M.Com Sem III of Jiwaji University Gwalior
इकाई-1 कम्पनियों के अन्तिम लेखे (प्रबन्धकीय पारिश्रमिक की गणना सहित) लाभांश की घोषणा। लाभ-हानि नियोजन खाता एवं लाभों का निपटारा। समामेलन के पूर्व एवं पश्चात के लाभ-हानि की गड़नाएँ, अंशपूंजी व्यवहार का लेखांकन, बोनस अंशों सहित, अधिकार अंश, कर्मचारी स्टॉक बाई बैंक, अंशों के अंतर्गत विकल्प।
इकाई-2 ख्याति और अंशों का मूल्यांकन, मूल्यांकन की विधियां। सार्वजनिक उपयोगिता कम्पनियों के खाते (विद्युत कम्पनी)।
इकाई-3 सूत्रधारी एवं सहायक कम्पनी का अर्थ। सूत्रधारी कम्पनी का समेकित चिट्ठा तैयार करना (एक सहायक कम्पनी के साथ), कम्पनियों के परिसमापन के लिए लेखांकन।
इकाई-4 लेखा मानक 14 के अनुसार कम्पनियों सम्मिश्रण के लिए लेखांकन। आंतरिक पुनःनिर्माण, (अन्तर्कम्पनी सूत्रधारी एवं बाह्य पुनःनिर्माण को छोड़कर।
इकाई-5 बैंकिंग कम्पनियों के खाते, बीमा कम्पनियों के लेखे, दावा समझौते के साथ।
निगमीय लेखांकन Corporate Accounting Book विषय-सूची
- अंश पूंजी व्यवहार का लेखांकन
- पूर्वाधिकार अंशों का शोधन
- कम्पनियों के अन्तिम खाते
- प्रबन्धकीय पारिश्रमिक की गणना
- लाभांश की घोषणा तथा लाभों का निपटारा
- समामेलन के पूर्व व पश्चात् के लाभ-हानि की गणना
- ख्याति का मूल्यांकन
- अंशों का मूल्यांकन
- सार्वजनिक उपयोगिता वाली कम्पनियों के खाते: विद्युत् कम्पनी
- सूत्रधारी कम्पनियों का समेकित चिट्ठा तैयार करना (एक सहायक कम्पनी के साथ) (ए. एस.-21 सहित)
- कम्पनियों के परिसमापन के लिए लेखांकन
- कम्पनियों के सम्मिश्रण के लिए लेखांकन (लेखा मानक-14 के अनुसार)
- कम्पनियों का आन्तरिक पुनर्निर्माण
- कम्पनियों के सामाजिक दायित्व
- ऋणपत्रों का निर्गमन एवं शोधन
Priya –
Good