उच्च शिक्षा विभाग, शासन द्वारा स्नातक कक्षाओं के लिए वार्षिक पद्धति अनुसार पाठ्यक्रम अपनाया गया है। बी. ए. (अर्थशास्त्र) प्रथम वर्ष हेतु निर्धारित नए पाठ्यक्रमानुसार इस पुस्तक की रचना की गई है।
व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro Economics) की विषय-वस्तु प्रस्तुत करने में विद्यार्थी वर्ग की आवश्यकता को दृष्टि में रखते हुए विषय के स्तर को बनाए रखने के साथ-साथ विषय-सामग्री को अत्यन्त रोचक ढंग से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। रेखाचित्रों एवं सरल उदाहरणों की सहायता से विषय को अत्यन्त आसान बनाया गया है, जिससे विद्यार्थियों में व्यष्टि अर्थशास्त्र जैसे कठिन विषय के अध्ययन में रुचि पैदा हो सके।
भारतीय अर्थव्यवस्था में नवीनतम सामग्री को सम्मिलित करने का पूर्ण प्रयास किया गया है। भाषा-शैली एवं विषय की उदाहरणों सहित स्पष्ट अभिव्यक्ति पुस्तक की प्रमुख विशेषता है। मुख्य ध्यान इसी बात का रखा गया है कि जिज्ञासु एवं परीक्षार्थी विषय को ठीक प्रकार से समझ सके। पुस्तक के विभिन्न अध्यायों में मध्य प्रदेश से सम्बन्धित नवीनतम सामग्री का समावेश किया गया है, जो इस पुस्तक की एक अद्वितीय विशेषता है।
पुस्तक में नवीन संशोधित पाठ्यक्रमानुसार निम्नलिखित नए अध्यायों का समावेश किया है:
प्रथम प्रश्न-पत्र: व्यष्टि अर्थशास्त्र
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- व्यष्टि अर्थशास्त्र की आधारभूत अवधारणाएं
- कल्याणकारी अर्थशास्त्र
द्वितीय प्रश्न-पत्र: भारतीय अर्थव्यवस्था
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- भूमि सुधार एवं फसल बीमा
- भारत के औद्योगीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र की भूमिका
- सार्वजनिक निजी भागीदारी
- क्षेत्रीय विषमताएं
पुस्तक में विषय से सम्बन्धित समस्त तथ्यों और विचारों को अत्यधिक रोचक ढंग से सरल भाषा में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। प्रश्न-पत्र के नवीन ढांचे और स्वरूप को पूर्णतया दृष्टि में रखते हुए प्रत्येक अध्याय के अन्त में दीर्घ उत्तरीय, लघु उत्तरीय तथा बहुविकल्पीय प्रश्न उत्तर सहित दिए गए हैं।
अर्थशास्त्र (Economics) Book Syllabus For B.A I Year
प्रथमप्रश्न-पत्र (व्यष्टि अर्थशास्त्र)
इकाई-1 अर्थशास्त्र की परिभाषा, अर्थशास्त्र का क्षेत्र एवं प्रकृति, सकारात्मक एवं (मानक) आदर्शात्मक अर्थशास्त्र, आर्थिक विश्लेषण की पद्धतियां, आगमन एवं निगमन विधि, व्यष्टि अर्थशास्त्र की आधारभूत अवधारणाएं, उपयोगिता, मांग, पूर्ति, सार्वजनिक वस्तुएं, निजी वस्तुएं एवं उत्कृष्ट वस्तुएं, मूल्य एवं कीमत, बाजार प्रशासित मूल्य।
इकाई-2 मांग का नियम और इसके अपवाद, गिफिन वस्तुएं, मांग की लोच: कीमत, आय और आड़ी लोच, पूर्ति का नियम, ह्रासमान सीमान्त उपयोगिता नियम, समसीमान्त उपयोगिता नियम, तटस्थता वक्र-विशेषताएं और उपभोक्ता का सन्तुलन की बचत।
इकाई-3 उत्पादन-परिवर्तनशील अनुपातों का नियम, पैमाने के प्रतिफल, पैमाने की बचत, समोत्पाद वक्र: विशेषताएं एवं उत्पादक का सन्तुलन, लागत एवं आगम की अवधारणाएं: कुल सीमान्त एवं औसत।
इकाई-4 बाजार का अर्थ एवं बाजार के प्रकार, फर्म एवं उद्योग के अन्तर्गत कीमत एवं उत्पादन का निर्धारण: पूर्ण-प्रतियोगिता एकाधिकार एवं एकाधिकृत प्रतियोगिता।
इकाई-5 साधन कीमत निर्धारण: सीमान्त उत्पादकता सिद्धान्त, लगान, मजदूरी, ब्याज, लाभ की आधुनिक सिद्धान्त, कल्याणकारी अर्थशास्त्र का सामान्य परिचय।
द्वितीय प्रश्न-पत्र (भारतीय अर्थव्यवस्था)
इकाई-1 भारतीय अर्थव्यवस्था की मूलभूत संरचना-प्राकृतिक संसाधन, भूमि, जल, वन एवं खनिज। जनांकिकी विशेषताएं: जनसंख्या आकार एवं वितरण, लिंग, ग्रामीण-शहरी वर्गीकरण।
इकाई-2 कृषि-प्रकृति और महत्व, भू उपयोग पद्धति, भूमि सुधार एवं फसल बीमा, मध्य प्रदेश की फसल पद्धति में परिवर्तन, कृषि उत्पाद और उत्पादकता की प्रवृत्ति, हरित क्रान्ति, कृषि विपणन एवं यन्त्रीकरण।
इकाई-3 1991 की नई औद्योगिक नीति और उसमें परिवर्तन, औद्योगीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र की भूमिका, सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की साझेदारी, मध्य प्रदेश की औद्योगिक नीति, लघु एवं कुटीर उद्योगों की अवधारणा, भारतीय अर्थव्यवस्था में लघु उद्योगों की समस्याएं और सम्भावनाएं।स्टार्ट अप इण्डिया एवं मेक इन इण्डिया।
इकाई-4 भारतीय अर्थव्यवस्था हेतु आधारभूत संरचना एवं विदेशी व्यापार-शक्ति, परिवहन और संचार। भारत का विदेशी व्यापार-संरचना और दिशा। भुगतान सन्तुलन, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की भूमिका एवं बहुराष्ट्रीय निगम।
इकाई-5 भारत में नियोजन उद्देश्य, व्यूह-रचना, सफलताएं एवं विफलताएं, नीति (NITI) आयोग, भारतीय अर्थव्यवस्था की समस्याएं-निर्धनता, बेरोजगारी, क्षेत्रीय विषमताएं।
अर्थशास्त्र Economics विषय-सूची
प्रथम प्रश्न-पत्र: व्यष्टि अर्थशास्त्र
- अर्थशास्त्र की परिभाषा
- अर्थशास्त्र का क्षेत्र एवं प्रकृति
- आर्थिक विश्लेषण की पद्धतियां: निगमन एवं आगमन
- व्यष्टि अर्थशास्त्र की आधारभूत अवधारणाएं
- मांग का नियम और इसके अपवाद तथा गिफेन वस्तुएं
- मांग की लोच एवं उसकी माप (कीमत लोच, आय लोच और आड़ी लोच)
- पूर्ति का नियम
- सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम तथा समसीमांत उपयोगिता का सिद्धान्त
- तटस्थता वक्र अथवा उदासीनता वक्र: विशेषताएं और उपभोक्ता का सन्तुलन
- उपभोक्ता की बचत
- उत्पादन: उत्पादन के नियम एवं परिवर्तनशील अनुपातों का नियम
- पैमाने के प्रतिफल
- पैमाने की बचतें
- समोत्पाद वक्र विश्लेषण
- लागत की अवधारणा
- आगम की अवधारणा
- बाजार (अर्थ एवं प्रकार)
- पूर्ण प्रतियोगिता में फर्म एवं उद्योग का सन्तुलन
- पूर्ण प्रतियोगिता में कीमत निर्धारण (मांग एवं पूर्ति सन्तुलन)
- एकाधिकार (कीमत एवं उत्पादन निर्धारण)
- एकाधिकृत प्रतियोगिता (विशेषताएं, कीमत एवं उत्पादन निर्धारण)
- वितरण का सीमान्त उत्पादकता सिद्धान्त तथा योग प्रमेय
- मजदूरी निर्धारण का आाधुनिक सिद्धान्त
- लगान का आधुनिक सिद्धान्त
- ब्याज का आधुनिक सिद्धान्त
- लाभ का आधुनिक सिद्धान्त
- कल्याणकारी अर्थशास्त्र
द्वितीय प्रश्न-पत्र: भारतीय अर्थव्यवस्था
- भारतीय अर्थव्यवस्था प्रकृति, संरचना (या ढांचा) एवं विशेषताएं
- प्राकृतिक संसाधन: भूमि, जल, वन एवं खनिज
- भारत की जनांकिकीय विशेषताएं
- कृषि (महत्व, प्रकृति, भू उपयोग पद्धति, उत्पादन एवं उत्पादकता)
- भूमि सुधार एवं फसल बीमा
- मध्य प्रदेश की फसल पद्धति में परिवर्तन
- हरित क्रान्ति
- कृषि विपणन
- कृषि में यन्त्रीकरण
- भारत की औद्योगिक नीति 1956 एवं 1991
- भारत के औद्योगीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र की भूमिका
- सार्वजनिक निजी भागीदारी
- मध्य प्रदेश की औद्योगिक नीति
- लघु एवं कुटीर उद्योग (अवधारणाएं, समस्याएं एवं संभावनाएं)
- स्टार्ट अप इण्डिया
- भारत में निर्माण
- भारतीय अर्थव्यवस्था हेतु आधारभूत संरचना (शक्ति, परिवहन एवं संचार)
- भारत का विदेशी व्यापार: संरचना एवं दिशा
- भुगतान सन्तुलन शेष (या सन्तुलन)
- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की भूमिका एवं बहुराष्ट्रीय निगम
- भारत में नियोजन (उद्देश्य एवं व्यूहरचना)
- नियोजन की उपलब्धियाँ एवं असफलताएँ
- राष्ट्रीय भारत परिवर्तन संस्थान (नीति आयोग)
- निर्धनता
- बेरोजगारी
- क्षेत्रीय विषमताएं
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