अर्थशास्त्र विषय का तीव्र गति से विकास हो रहा है और विषय में नवीन प्रवृत्तियां प्रवेश कर रही हैं, जिनका सामान्य परिचय अर्थशास्त्र के प्रारम्भिक विद्यार्थियों को भी प्राप्त होना चाहिए। पुस्तक की अद्वितीय विशेषता यह है कि पुस्तक में पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों का समावेश किया गया है। विभिन्न प्रामाणिक स्रोतों के आधार पर सम्पूर्ण पुस्तक को पूर्णतः अद्यतन बनाने का प्रयास किया गया है। पुस्तक में ‘उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था’ पर पाठ्यक्रमानुसार नवीनतम सामग्री का समावेश किया गया है।
अर्थशास्त्र Economics Syllabus
Paper-I: Micro Economics
Unit I: Introduction: The subject matter of Economics, Scope, and Method of Economics, The Economic Problem, Scarcity and Choice, the question of what to produces? How to produce? and how to distribute the output? Reading and working with graphs, the functioning of Market Economy. Price Mechanism and Profit Maximisation.
Mathematical Concept: Variables, functions, equations and Identities, the slope of line and curve.
Unit II: Theory of Consumer Behaviour: Utility Analysis-utility and satisfaction, Total and Marginal utility, Cardinal and Ordinal Approach, Law of Diminishing Marginal Utility, Law of Equi marginal utility, Consumer’s Equilibrium, Indifference curve Analysis – evolution and development of Indifference curve, Meaning and definition of Indifference Curve, properties of Indifference Curve, Indifference Schedule and curve, Diminishing Marginal Rate of Substitution, Consumer’s Equilibrium, Griffin’s paradox and Inferior goods. Demand and Supply: Demand supply schedule and demand-supply curve, Market vs. Individual demand; Expansion and Contraction of Demand, Increase and Decrease in Demand, Factors influencing demand, Law of Demand. The elasticity of Demand; changes in supply and factors influencing supply.
Unit-III: Theory of Production and Price Theory: Production function-an elementary treatment, Laws of Returns, Returns to scale, Substitution in Production Producer’s Equilibrium, Elasticity of Substitution, Cost Analysis. Firm and its objectives, Nature of Markets, Revenue Analysis, Price determination under Perfect Competition, Monopoly, Imperfect and Monopolistic competition-elementary theory.
Unit-IV: Theory of Distribution: Marginal Productivity Theory of distribution, Modern theory of distribution, Rent-Ricardian and Opportunity Cost theories, Quasi Rent, Wages – Real wages and Money Wages, the Modern theory of wage determination, Interest – Classical Loanable funds and the Keynesian theory, Profit – Gross and Net Profit, Normal Profit Accounting profit – Risk, Uncertainty and Innovation theories of Profit.
Paper-II: Nature and Problems of Indian Economy
Unit-I: Structure of the Indian Economy: Natural Resources – Land, Water, and Forest Resources, Demographic profile – the size of population and growth rate, Sex Ratio, rural-urban migration, Occupational distribution, Demographic dividend – myth and reality, Population policy, Structural transformation of Indian Economy, National Income. Objectives and strategies of planning in India, NITI Ayog, poverty, unemployment its nature and extent, employment policy in India, Skill India Mission, Make in India: Objective and Challenges.
Unit-II: Agriculture: Trends in production and productivity. New Agricultural Strategy, Impact of Green Revolution, Disparities in Agricultural Growth – disparity of crops, regional disparity, Issues related to landless agricultural labor and small and marginal farmers, Rural Credit, Agricultural Marketing. Irrigation and Water Management, Agricultural price policy. Agricultural rural development programs. Land reform in agriculture
Unit-III: Industry and Services Sector: Growth and structure of Industrial Economy, Industrial Policy since economic reforms, Industrial Licensing Policy – M.R.T.P., and F.E.M.A., Growth and problems of small scale industries, Role of public sector Enterprises in India’s industrialization, Sources of Industrial Finance, Problems of Indian industries, Service sector; meaning, role, structure and recent growth. MNC’s and Public-Private Partnership.
Unit-IV: Economy of Uttar Pradesh: Main problems of development in U.P. Causes of underdevelopment, strategies adopted, Dislocation of industries from U.P. Issues related to poverty, employment and food security, Implementation of Central Government SchemesMANREGA, NRHM and Sarva Siksha Abhiyan, Panchayat Raj in U.P. related to development of U.P. Land Acquisition – Crisis and cure. A demographic scenario of U.P.
अर्थशास्त्र Economics Book विषय-सूची
प्रथम प्रश्न-पत्र : व्यष्टि अर्थशास्त्र
- अर्थशास्त्र की परिभाषा
- अर्थशास्त्र का क्षेत्र एवं प्रकृति
- आर्थिक अध्ययन की प्रणालियां
- दुर्लभता तथा चयन (चुनाव) की समस्याएं
- आर्थिक समस्याएं
- बिन्दुरेख (ग्राफ): पठन-पाठन एवं कार्यकरण
- कीमत संयन्त्र का कार्यकरण तथा लाभ का अधिकीकरण
- आधारभूत धारणाएं (आधारभूत साम्य, उपयोगिता, लोच, प्रतियोगिता)
- उपयोगिता विश्लेषण (गणनावाचक एवं क्रमवाचक दृष्टिकोण)
- तटस्थता वक्र अथवा उदासीनता वक्र विश्लेषण और उपभोक्ता का सन्तुलन
- उपभोक्ता की बचत
- गिफिन वस्तुएं
- मांग एवं पूर्ति, मौलिक विचारधारा तथा बाजार सन्तुलन
- मांग की लोच
- उत्पादन फलन
- समोत्पाद वक्र विश्लेषण
- पैमाने के प्रतिफल
- लागत विश्लेषण
- बाजार एवं बाजारों की संरचना
- आगम विश्लेषण
- फर्म के उद्देश्यों के विभिन्न माॅडल (बाॅमोल, मैरिस एवं विलियमसन)
- पूर्ण प्रतियोगिता में कीमत निर्धारण
- अपूर्ण प्रतियोगिता में कीमत निर्धारण
- एकाधिकार के अन्तर्गत उत्पादन एवं कीमत निर्धारण
- एकाधिकृत प्रतियोगिता में कीमत तथा उत्पादन निर्धारण
- वितरण का सिद्धान्त
- लगान
- मजदूरी
- ब्याज
- लाभ
- गणितीय अवधारणाएं
- चर, अचर एवं फलन
- समीकरण एवं सर्वसमिका
- सरल रेखा तथा वक्र का ढाल
द्वितीय प्रश्न-पत्र : भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रकृति एवं समस्याएं
- प्राकृतिक संसाधन
- भारत में जनांकिकीय परिदृश्य तथा जनसंख्या नीति
- भारतीय अर्थव्यवस्था का संरचनात्मक परिवर्तन
- राष्ट्रीय आय
- भारत में आर्थिक नियोजन के उद्देश्य तथा व्यूहरचना
- नीति आयोग
- गरीबी
- बेरोजगारी तथा रोजगार नीति
- कौशल भारत मिशन
- भारत में निर्माण
- कृषि
- कृषि में नवीन रणनीति: हरित क्रान्ति
- भारत में कृषि की संवृद्धि में क्षेत्रीय विषमताएं
- भूमिहीन कृषि मजदूरों तथा लघु एवं सीमान्त कृषकों से सम्बन्धित मुद्दे
- ग्रामीण साख
- कृषि विपणन
- सिंचाई तथा जल प्रबन्धन
- कृषि मूल्य नीति
- कृषि ग्रामीण विकास का कार्यक्रम
- कृषि में भूमि सुधार
- औद्योगिक क्षेत्र की वृद्धि एवं संरचना
- आर्थिक सुधार के पश्चात औद्योगिक नीति
- औद्योगिक लाइसेंस नीति
- लघु स्तरीय उद्योगों की वृद्धि एवं समस्याएं
- भारत के औद्योगीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की भूूमिका
- औद्योगिक वित्त के स्रोत
- भारतीय उद्योगों की समस्याएं
- सेवा क्षेत्र: प्रकृति, संरचना एवं विकास
- बहुराष्ट्रीय निगम
- सार्वजनिक-निजी भागीदारी
- उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था
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