व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro Economics) की विषय-वस्तु प्रस्तुत करने में विद्यार्थी वर्ग की आवश्यकता को दृष्टि में रखते हुए विषय के स्तर को बनाए रखने के साथ-साथ विषय-सामग्री को अत्यन्त रोचक ढंग से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। रेखाचित्रों एवं सरल उदाहरणों की सहायता से विषय को अत्यन्त आसान बनाया गया है, जिससे विद्यार्थियों में व्यष्टि अर्थशास्त्र जैसे कठिन विषय के अध्ययन में रुचि पैदा हो सके। पुस्तक में नए पाठ्यक्रम के अनुसार गणितीय अवधारणाएं सम्मिलित की गई हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy)
- समंकों को यथासम्भव नवीनतम किया गया है।
- जनसंख्या समंकों में जनगणना 2011 के प्रकाशित नवीनतम समंकों का उल्लेख किया गया है।
- प्रमुख वृहत् उद्योग, लघु उद्योग एवं कुटीर उद्योग के अध्यायों को सरकार की नवीनतम नीतियों एवं समंकों के सन्दर्भ में संशोधित किया गया है।
- ‘उत्तर प्रदेश में आर्थिक नियोजन एवं विकास’ अध्याय को पूर्णतः पुनर्लिखित किया गया है।
अर्थशास्र Economics Book विषय-सूची
प्रथम प्रश्न-पत्र: व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro Economics)
- अर्थशास्त्र की परिभाषा एवं स्वभाव
- अर्थशास्त्र अध्ययन की रीतियां
- स्थैतिक (स्थिर) तथा प्रावैगिक (गतिशील) अर्थशास्त्र
- सूक्ष्म तथा व्यापक अर्थशास्त्र की प्रकृति
- साम्य सम्बन्धी विचार
- उपयोगिता एवं सीमान्त उपयोगिता विश्लेषण
- तटस्थता वक्र अथवा उपयोगिता विश्लेषण
- उपभोक्ता की बचत
- प्रकट-अधिमान (पसन्दगी) सिद्धान्त
- मांग तथा मांग का नियम
- मांग की लोच
- उत्पादन निर्णय
- उत्पादन फलन एवं परिवर्तनशील अनुपात का नियम
- समोत्पाद वक्र
- साधन प्रतिस्थापन अथवा तकनीकी प्रतिस्थापन की सीमान्त दर
- पैमाने के प्रतिफल
- लागत की विभिन्न धारणाएं
- फर्म का सन्तुलन
- विस्तार-पथ
- बाजार
- पूर्ण प्रतियोगिता में कीमत निर्धारण
- एकाधिकार में कीमत निर्धारण
- एकाधिकृत प्रतियोगिता में कीमत निर्धारण
- वितरण का सीमान्त उत्पादकता सिद्धान्त
- लगान के सिद्धान्त
- मजदूरी के सिद्धान्त
- ब्याज के सिद्धान्त
- लाभ के सिद्धान्त
द्वितीय प्रश्न-पत्र: भारतीय अर्थव्यवस्था एवं प्रारम्भिक सांख्यिकी (Indian Economy & Elementary Statistics)
- भारतीय अर्थव्यवस्था: संरचना एवं मूल विशेषताएं
- गरीबी एवं संवृद्धि
- जनसंख्या: वृद्धि एवं संरचना
- राष्ट्रीय आय: वृद्धि, वितरण एवं संरचना
- कृषि: प्रकृति, महत्व तथा उत्पादन एवं उत्पादकता की प्रवृत्ति
- भूमि सुधार
- नवीन कृषि रणनीति एवं हरित क्रान्ति
- ग्रामीण साख
- कृषि विपणन एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली
- योजना काल में औद्योगिक विकास
- औद्योगिक नीति एवं औद्योगिक लाइसेंसिंग नीति एम. आर. टी. पी. अधिनियम, फेरा एवं फेमा
- लघु उद्योगों का विकास एवं समस्याएं
- भारत के औद्योगीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की भूमिका
- भारत में नियोजन: उद्देश्य एवं रणनीति
- नियोजन की उपलब्धियां एवं असफलताएं
- उत्तर प्रदेश में आर्थिक नियोजन एवं आर्थिक विकास
- भारत का विदेशी व्यापार: रचना एवं दिशा
- निर्यात संवर्द्धन, आयात प्रतिस्थापन एवं व्यापार नीति
- भारत के भुगतान सन्तुलन की वर्तमान स्थिति
- विषय प्रवेश: अर्थशास्त्र में सांख्यिकी का महत्व
- केन्द्रीय प्रवृत्ति की मापें
- अपकिरण की मापें
- सहसम्बन्ध विश्लेषण
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