यह भारत का विदेशी व्यापार Foreign Trade of India पुस्तक लखनऊ विश्वविद्यालय बी. काॅम सेमेस्टर IV के पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है।
‘भारत का विदेशी व्यापार’ नामक इस पुस्तक के प्रथम संस्करण को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए हमें अपार हर्ष एवं सन्तोष का अनुभव हो रहा है। सरकारी, आर्थिक एवं व्यापारिक नीतियों, नवीनतम सूचनाओं व आंकड़ों को यथा स्थान सम्मिलित करके विद्यार्थियों के लिए इस पुस्तक को उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है। पूर्ण विश्वास है कि पुस्तक पाठकों के लिए उपयोगी व ज्ञानवर्धक होगी।
भारत का विदेशी व्यापार Foreign Trade of India Syllabus For B.Com. Semester IV of Lucknow University
Unit I: Introduction: Trade it’s meaning and types. Difference between internal and international trade. Concept, Assumptions and Criticism of International Trade Theories. India’s Internal Trade: Characteristics and Problems. Coastal trade. Terms of Trade.
Unit II: Foreign Trade of India: Before independence, During the Planning Period, Recent trends in India’s Foreign Trade. Major Items of Exports: Composition, Direction, and Future Prospects, Major Items of Imports: Composition, Direction, and Future Prospects.
Unit III: Free Trade and Protective trade policies, India’s major trading partners: USA, UK, China, and Japan. National Level Financing Institutions: EXIM Bank, ECGC and other institutions in the financing of foreign trade, STC, MMTC, SEZ, and EPZ. Export Promotions.
Unit IV: Recent World-trade Scenario, Recent changes in Foreign trade policy, Trade agreements–Bilateral and Multilateral Trade Agreements. GATT & UNCTAD, WTO. India’s Balance of Trade and Balance of Payments: Concept, Problems, Reasons for disequilibrium and Corrective Measures.
भारत का विदेशी व्यापार Foreign Trade of India Book विषय-सूची
- व्यापार का अर्थ एवं प्रकार
- आन्तरिक व्यापार एवं अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के भेद
- अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार सिद्धान्तों की परिकल्पना, अवधारणा एवं आलोचनाएं
- भारत का आन्तरिक व्यापार (विशेषताएं एवं समस्याएं)
- भारत का तटीय व्यापार
- व्यापार की शर्तें
- भारत का विदेशी व्यापार (स्वतन्त्रता पूर्व तथा योजनाकाल में)
- भारत के विदेशी व्यापार की आधुनिक प्रवृत्ति
- भारतीय निर्यात की प्रमुख वस्तुएं (रचना, दिशा और भविष्य की सम्भावनाएं)
- भारतीय आयात की प्रमुख वस्तुएं (रचना, दिशा और भविष्य की सम्भावनाएं)
- स्वतन्त्र व्यापार एवं संरक्षण व्यापार नीति
- भारत के प्रमुख व्यापारिक साझेदार (अमेरिका, इंग्लैंड, चीन तथा जापान)
- राष्ट्रीय स्तर के वित्तीय तथा विदेशी व्यापारिक संस्थान
- निर्यात संवर्द्धन
- विदेशी व्यापार का आधुनिक परिदृश्य (नीतियों में आधुनिक परिवर्तन)
- द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय व्यापार
- व्यापार एवं प्रशुल्क पर सामान्य समझौता (गैट) एवं विश्व व्यापार संगठन
- व्यापार और विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (अंकटाड)
- व्यापार सन्तुलन व भुगतान सन्तुलन
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