उद्यमिता के मूल आधार (Fundamentals of Entrepreneurship) For:
- B.Com I Year of Sri Agrasen Kanya P.G. College.
- B.Com (Hons) II Year of Mahatma Jyotiba Phule Rohilkhand University Bareilly (MJPRU) & B.Com II Year of Dr Bhimrao Ambedkar University Agra (DBRAU), Mahatma Jyotiba Phule Rohilkhand University Bareilly (MJPRU), Baster University, Atal Bihari Vajpayee Vishwavidyalaya Bilaspur, Pandit Ravishankar Shukla University Raipur (PRSU), Sarguja University Ambikapur, Pt. Deendayal Upadhyay Gorakhpur University (DDU), Siddharth University Kapilvastu Siddharth Nagar, Veer Bahadur Singh Purvanchal University Jaunpur (VBSPU), Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University Kanpur (CSJMU), Chaudhary Charan Singh University Meerut (CCSU).
- B.Com (Hons) Semester III of Sri Dev Suman Uttarakhand University Tehri Garhwal (SDSUV).
- B.Com III Year of Bundelkhand University (BU), B.Com Semester V of Sri Agrasen Kanya P.G. College Varanasi & B.Com Semester VI of Kumaun University (KUNTL).
- M.Com Semester III of Jamshedpur Women’s College.
विभिन्न विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में बी. काॅम. कक्षाओं के लिए एक नया विषय ‘उद्यमिता के मूल आधार’ अनिवार्य प्रश्न-पत्र के रूप में सम्मिलित किया गया है। यह पुस्तक इस नवीन पाठ्यक्रम के अनुरूप तैयार की गई है। अनेक विद्वानों के परामर्श को ध्यान में रखते हुए पुस्तक आपके सम्मुख प्रस्तुत है।
‘उद्यमिता के मूल आधार’ विषय का तीव्र गति से विकास हो रहा है और इस विषय में नवीन प्रवृत्तियां प्रवेश कर रही हैं, जिनका सामान्य परिचय वाणिज्य के विद्यार्थियों को भी प्राप्त होना चाहिए। इस बात को दृष्टि में रखते हुए सभी अध्यायों में नवीन प्रवृत्तियों की यथास्थान स्पष्टता और आवश्यक विस्तार के साथ विवेचना की गई है। कुछ विषयों की विवेचना में विशेषकर व्यावसायिक सम्प्रेषण पर रेखाचित्र तथा नवीन सामग्री को सम्मिलित करके विषय को रोचक बनाने का प्रयास किया गया है।
पुस्तक के इस संस्करण में तीन नए अध्याय स्टार्ट अप इण्डिया, भारत में निर्माण एवं कौशल विकास एवं उधमिता पर राष्ट्रीय नीति सम्मिलित किए गए हैं, जो इस पुस्तक की अद्वितीय विशेषता है।
विद्यार्थी वर्ग की आवश्यकता को दृष्टि में रखते हुए विषय के स्तर को बनाए रखने के साथ-साथ समस्त विषय-सामग्री को एक ही स्थान पर संगृहीत करने का प्रयास किया गया है। पुस्तक में विषय से सम्बन्धित सभी तथ्यों और विचारों को सरल भाषा में रोचक रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
उद्यमिता के मूल आधार Fundamentals of Entrepreneurship Syllabus For B.Com. Classes
Unit-I Introduction: The entrepreneur; Definition; Emergence of entrepreneurial class; Theories of entrepreneurship; Role of socio-economic environment; Characteristics of entrepreneur; Leadership; Risk taking; Decision-making and business planning.
Unit-II Promotion of a Venture; Opportunities analysis; External environmental analysis economic, social, and technological; Competitive factors; Legal requirements for the establishment of a new unit, and raising of funds; Venture capital sources and documentation required.
Unit-III Entrepreneurial Behaviour: Innovation and entrepreneur; Entrepreneurial behavior and Psycho-Theories, Social responsibility.
Unit-IV Entrepreneurial Development Programmes (EDP): EDP, their role, relevance, and achievements; Role of Government in organizing EDPs; Critical evaluation.
Unit-V Role of Entrepreneur : Role of an entrepreneur in economic growth as an innovator, generation of employment opportunities, complimenting and supplementing economic growth, bringing about social stability and balanced regional development of industries; Role in export promotion and import substitution, forex earnings and augmenting and meeting local demand.
उद्यमिता के मूल आधार Fundamentals of Entrepreneurship विषय-सूची
- उद्यमिता
- उद्यमिता विकास की सैद्धान्तिक विचारधाराएं
- उद्यमी
- सामाजिक-आर्थिक पर्यावरण की उद्यमिता विकास में भूमिका एवं भारत में उद्यमिता विकास
- उद्यमीय कौशल
- उद्यमी में नेतृत्व, जोखिम वहन, निर्णयन एवं नियोजन की योग्यता
- उपक्रम स्थापना
- बाह्य पर्यावरण और उद्यमिता
- नवीन व्यावसायिक इकाई की स्थापना हेतु वैधानिक औपचारिकताएं
- भारत में उद्योगों की नियमन व्यवस्था
- कोष प्राप्ति के स्रोत
- साहसी पूंजी
- उद्यमिता में मनोवैज्ञानिक घटक एवं उद्यमिता व्यवहार
- नवाचार
- उद्यमिता विकास कार्यक्रम
- उद्यमिता विकास: सरकार की आलोचनात्मक भूमिका
- उद्यमी की भूमिका एवं कार्य
- उद्यमी का आर्थिक विकास में योगदान
- रोजगार एवं उद्यमिता
- सन्तुलित आर्थिक विकास
- निर्यात संवर्द्धन एवं आयात प्रतिस्थापन
- स्थानीय मांग का आवर्धन एवं पूर्ति तथा विदेशी विनिमय अर्जन
- स्टार्ट अप इण्डिया
- भारत में निर्माण
- कौशल विकास एवं उधमिता पर राष्ट्रीय नीति
Abhishek kumar –
Good