प्रस्तुत भूगोल (Geography) की रचना उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University, Dr Bhimrao Ambedkar University, Dr. Ram Manohar Lohia Avadh University, Jananayak Chandrashekhar University, Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith, Mahatma Jyotiba Phule Rohilkhand University, Veer Bahadur Singh Purvanchal University) के बी.ऐ. भूगोल (तृतीय वर्ष) के नए पाठ्यक्रमानुसार अनिवार्य प्रथम एवं द्वितीय प्रश्न-पत्रों तथा Practicals के निर्धारित पाठ्यक्रम तथा परीक्षा प्रश्न-पत्र के स्वरूप को पूर्णतया दृष्टि में रखते हुए की गई है।
- प्रथम प्रश्न-पत्र भौगोलिक चिन्तन से सम्बन्धित है, जिसमें भौगोलिक चिन्तन के विकास और विभिन्न पाश्चात्य भूगोलवेत्ताओं के योगदान की सरल भाषा में विवेचना की गई है। निर्धारित पाठ्यक्रम के लगभग सभी शीर्षकों को पुस्तक में समाहित करने का प्रयास किया गया है।
- द्वितीय प्रश्न-पत्र पर्यावरण अध्ययन से सम्बन्धित है। पुस्तक में इस प्रश्न-पत्र के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम की विषय-वस्तु को 13 अध्यायों में विभक्त किया गया है। विद्यार्थियों के लिए विषय को बोधगम्य बनाने के लिए वैज्ञानिक पहलुओं का सरल हिन्दी भाषा में प्रस्तुतीकरण दिया गया है। विषय-सामग्री को स्पष्ट करने के लिए नवीनतम् आंकड़ों, मानचित्रों व आरेखों का युक्तिसंगत समावेश किया गया है।
- तृतीय प्रश्न-पत्र प्रयोगात्मक भूगोल से सम्बन्धित है। पाठ्यक्रम के अनुरूप पाठ्य सामग्री का समावेश किया गया है।
भूगोल Geography Syllabus For B.A. III Year
भूगोल Geography Book विषय-सूची
भौगोलिक चिन्तन (Geographical Thought)
- भूगोल की विषय-सामग्री
- विज्ञान के वर्गीकरण में भूगोल का स्थान, भूगोल एवं अन्य विषयों से सम्बन्ध
- क्षेत्रीय विभिन्नता की संकल्पना
- स्थानिक संगठन
- भूगोल में द्वैतवाद की संकल्पना
- भूगोल में द्वैतवाद: क्रमबद्ध एवं प्रादेशिक भूगोल
- प्राचीन काल में भूगोल
- भूगोल के विकास में भारत का योगदान
- यूनान के प्रमुख भूगोलविद्
- रोम के प्रमुख भूगोलविद्
- मध्यकाल में भूगोल: अरब भूगोलवेत्ताओं का योगदान
- यूरोप में भूगोल का पुनर्जागरण काल: प्रख्यात यात्री एवं उनकी भौगोलिक खोज
- प्रमुख भूगोलवेत्ताओं का योगदान
- जर्मन विचारधारा
- फ्रांसीसी विचारधारा
- ब्रिटिश विचारधारा
- अमरीकी विचारधारा
पर्यावरण अध्ययन (Environmental Studies)
- पर्यावरण
- पर्यावरण के घटक
- पारिस्थितिकी की संकल्पना एवं पारिस्थितिक तंत्र
- पारिस्थितिक तंत्रों का अध्ययन
- मानव-पर्यावरण संबंध
- पर्यावरण ह्रास की समस्या
- वायु प्रदूषण
- जल प्रदूषण तथा ठोस अपशिष्ट प्रदूषण
- पर्यावरण प्रबन्धन
- कतिपय परियोजनाओं का अध्ययन: गंगा एक्शन प्लान, बाघ परियोजना, टिहरी बांध परियोजना, नर्मदा घाटी परियोजना
- उभरते पर्यावरणीय मुद्दे: जनसंख्या विस्फोट व खाद्य सुरक्षा
- उभरते पर्यावरणीय मुद्दे: ग्रीन हाउस प्रभाव तथा भूमण्डलीय तापन
- जैव विविधता संरक्षण तथा सम्पोषित विकास
प्रयोगात्मक (Practicals)
- समपटल द्वारा सर्वेक्षण: विकिरण, प्रतिच्छेदन, पुनच्छेदन विधियां, मार्गमापन एवं तीन बिन्दु समस्या
- प्रिज्मीय कम्पास द्वारा सर्वेक्षण
- भारतीय क्लाइनोमीटर
Lalita Patel –
There is a lot of information about the Earth in the book Geography. This book is very useful
Shyam Ji Pandey –
Well
Jorubanna –
Nice