इतिहास History Book रांची विश्वविद्यालय, रांची के बी. ए. सेमेस्टर-IV (इतिहास) के नवीन पाठ्यक्रमानुसार तैयार की गई है। पुस्तक का यह पूर्णतया संशोधित-परिमार्जित संस्करण है।
विद्यार्थी वर्ग की आवश्यकता को दृष्टि में रखते हुए विषय के स्तर को बनाए रखने के साथ-साथ समस्त विषय-सामग्री को एक ही स्थान पर संग्रहित करने का प्रयास किया गया है। पुस्तक में विषय से सम्बन्धित सभी घटनाओं, तथ्यों और विचारों को रोचक रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
Syllabus Ranchi University B.A( History) Semester-IV
Core Course-C 8 : RISE OF THE MODERN WEST-II
I. 17th Century European Crisis: Economic, social and political dimensions.
II. The English Revolution: Major issues; political and intellectual currents.
III. Renaissance to the 17th Century: Rise of modern science in relation to European society from the Renaissance to the 17th century.
IV. Mercantilism and European Economics: 17th and 18th Centuries.
V. European politics in the 18th Century: Parliamentary monarchy; patterns of Absolutism in Europe.
VI. Political and Economic Issues in the American Revolution.
VII. Preludes to the Industrial Revolution.
Core Course-C 9: HISTORY OF INDIA-V (c. 1550-1605)
I. Sources and Historiography : (a) Persian literary culture; translations; Vernacular literary traditions, (b) Source– Hindi and other source.
II. Establishment of the Mughal rule : (a) India on the eve of Babur’s invasion, (b) Fire arms, military technology and warfare. (c) Humayun’s struggle for empire, (d) Sher Shah and his administrative and revenue reforms.
III. Consolidation of Mughal rule under Akbar : (a) Campaigns and conquests: tactics and technology, (b) Evolution of administrative institutions: zabt, mansab, jagir, madad-i-maash, (c) Revolts and resistance.
IV. Expansion and Integration : (a) Incorporation of Rajputs and other indigenous groups in Mughal nobility, (b) North-West frontier, Gujarat and the Deccan, (c) Conquest of Bengal.
V. Rural Society and Economy : (a) Land rights and revenue system; Zamindars and peasants; rural tensions, (b) Extension of agriculture; agricultural production; crop patterns, (c) Trade routes and patterns of internal commerce; overseas trade; rise of Surat.
VI. Political and religious ideas : (a) Inclusive political ideas: theory and practice, (b) Religious tolerance and sulh-i-kul; Sufi mystical and intellectual interventions, (c) Pressure from the ulama.
Core Course-C 10: HISTORY OF INDIA-VI (c. 1750-1857)
I. India in the mid 18th Century: India in the mid 18th Century; Society, Economy, Polity.
II. Expansion and Consolidation of colonial Power : (a) Mercantilism, foreign trade and early forms of exactions from Bengal, (b) Dynamics of expansion, with special reference to Bengal, Mysore, Western India, Awadh, Punjab and Sindh.
III. Colonial State and Ideology : (a) Arms of the colonial state: army, police, law, (b) Ideologies of the Raj and racial attitudes, (c) Education: indigenous and modern.
IV. Rural Economy and Society : (a) Land revenue systems and forest policy, (b) Commercialization and indebtedness, (c) Rural society: change and continuity, (d) Famines, (e) Pastoral economy and shifting cultivation.
V. Trade and Industry : (a) De industrialization, (b) Trade and fiscal policy, (c) Drain of Wealth, (d) Growth of modern industry.
VI. Popular Resistance : (a) Santhal uprising (1857); Indigo rebellion (1860); Pabna agrarian Leagues (1873); Deccan riots (1875); (b) Uprising of 1857.
इतिहास History Book विषय-सूची
Core Course-C 8 आधुनिक पश्चिम का उदय-II Rise of Modern West-II
- 17वीं शताब्दी की यूरोप की समस्या
- इंग्लैण्ड में 1688 ई. की वैभवपूर्ण क्रान्ति
- पुनर्जागरण : यूरोप में आधुनिक वैज्ञानिक विकास
- यूरोपीय अर्थशास्त्र और वाणिज्यवाद
- यूरोपीय राजनीति एवं संसदीय राजतन्त्र
- प्रबुद्ध निरंकुशता का युग
- प्रबुद्ध निरंकुशता का युग : प्रशा का फ्रेडरिक द ग्रेट
- प्रबुद्ध निरंकुशता का युग : मेरिया थरेजा एवं जोसेफ द्वितीय (आस्ट्रिया)
- प्रबुद्ध निरंकुशता का युग : रूस की कैथराइन द्वितीय
- अमेरिका की क्रान्ति : राजनीतिक एवं आर्थिक विषय
- औद्योगिक क्रान्ति की प्रस्तावना
Core Course-C 9 भारत का इतिहास-V (1550 ई. – 1605 ई.) History of India-V
- मध्यकालीन भारतीय इतिहास के स्रोत एवं इतिहास-लेखन
- मुगल शासन की स्थापना, मुगल आक्रमण के समय भारत, बाबर, हुमायूं
- शेरशाह सूरी : प्रशासनिक एवं राजस्व सम्बन्धी सुधार
- मुगल-साम्राज्य का सुदृढ़ीकरण एवं सीमा-विस्तार, अकबर, विजएं मुगल-राजपूत सम्बन्ध, महाराणा प्रताप
- मुगल-प्रशासन एवं संस्थाओं का विकास
- मनसबदारी-व्यवस्था, जागीरदार व जमींदार
- मुगलकालीन सामाजिक, धार्मिक विचार एवं दशा, स्त्रियों की स्थिति
- मुगलकालीन आर्थिक जीवन : कृषि, भू-राजस्व व्यवस्था, व्यापार एवं वाणिज्य
Core Course-C 10 भारत का इतिहास-VI (1550 ई. – 1605 ई.) History of India-VI
- 18वीं शताब्दी में भारत
- भारत में यूरोपीयों का आगमन तथा बंगाल व कर्नाटक में अंग्रेजी सत्ता की स्थापना एवं विस्तार
- भारत में अंग्रेजी राज्य एवं विचारधारा
- भारत में अंग्रेजी राज्य, लॉर्ड वेलेजली और सहायक संधियां
- महाराजा रणजीतसिंह एवं आंग्ल-सिक्ख, सिन्ध व अवध से सम्बन्ध
- लॉर्ड हेस्टिंग्ज, मराठों का पतन
- लॉर्ड विलियम बैंटिंग
- लॉर्ड डलहौजी
- शिक्षा
- ब्रिटिश भू-राजस्व नीति, कृषकों की स्थिति, कृषि का वाणिज्यीकरण, कुटीर उद्योगों का पतन (अनौद्यीगीकरण), ग्रामीण ऋणग्रस्तता, भारत से धन की निकासी
- आधुनिक उद्योगों का विकास
- अकाल
- भारतीयों द्वारा किए गए लोकप्रिय संघर्ष : नील विद्रोह, पबना विद्रोह, संथाल विद्रोह एवं दक्कन के विद्रोह
- 1857 ई. का प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम
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