आर्थिक चिन्तन का इतिहास History of Economic Thought Book का पंचम संस्करण शिक्षा जगत की सेवा में प्रस्तुत है। पाठयक्रमों में होने वाले परिवर्तनों और विश्वविद्यालय की परीक्षा के प्रश्न-पत्रों को ध्यान में रखते हुए इसमें आवश्यक संशोधन किए गए हैं।
आर्थिक चिन्तन का इतिहास History of Economic Thought Book विषय-सूूची
प्रथम खण्ड: पूर्व-वैज्ञानिक आर्थिक चिन्तन
- आर्थिक विचार के इतिहास की परिभाषा एवं महत्व
- प्राचीन आर्थिक विचार
- मध्यकालीन आर्थिक विचार
- वणिकवाद
- प्रकृतिवादी
द्वितीय खण्ड: प्रतिष्ठित विचारधारा
- प्रतिष्ठित अथवा परम्परावादी अर्थशास्त्र की भूमिका
- एडम स्मिथ
- जेरेमी बेंथम
- स्मिथ के प्रारम्भिक आलोचक
- टामस रौबर्ट माल्थस
- डेविड रिकार्डो
- कुछ अन्य प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री
- जाॅन स्टुअर्ट मिल
- मिल से मार्शल तक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्र
तृतीय खण्ड: समाजवादी विचारधाराएं
- समाजवाद-सामान्य विवेचन
- प्रतिष्ठित अर्थशास्त्र के समाजवादी आलोचक
- साहचर्य समाजवादी
- राज्य समाजवाद
- कार्ल माक्र्स
चतुर्थ खण्ड: विविध विचारधाराएं
- राष्ट्रवादी विचारधारा
- इतिहास सम्प्रदाय
- अहंवादी सम्प्रदाय या सुखवादी विचारधारा
- गणितवादी विचारधारा
- आॅस्ट्रियन या मनोवैज्ञानिक विचारधारा
- अमेरिकन अर्थशास्त्र का विकास
- नव-प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री
- संस्थावादी अर्थशास्त्र
- कल्याववादी अर्थशास्त्र
- जाॅन मेनार्ड कीन्स
- जोसेफ ए. शुम्पीटर
- कुछ आधुनिक अर्थशास्त्री
- स्टाॅकहोम सम्प्रदाय या स्वीडिश विचारधारा
पंचम खण्ड: भारतीय आर्थिक विचारधाराएं
- भारतीय आर्थिक विचारों की भूमिका
- बृहस्पति तथा शुक्राचार्य के आर्थिक विचार
- आचार्य कौटिल्य और उनका अर्थशास्त्र
- मध्युगीन भारतीय आर्थिक विचार
- भारतीय राष्ट्रवादी अर्थशास्त्री
- सर्वोदय का अर्थशास्त्र
- भारतीय समाजवादी विचारक
- सैद्धान्तिक अर्थशास्त्री
परिशिष्ट: विविध अर्थव्यवस्थाएं
परिशिष्ट 1: आचार्य कामन्दक
परिशिष्ट 2: अर्थव्यवस्थाएं
- पूंजीवाद
- साम्यवादी अर्थव्यवस्था
- मिश्रित अर्थव्यवस्था
- नव-पूंजीवाद
Dr. Prabha Gupta –
Nice book
Dr. Prabha Gupta –
Very good book