- भारत का इतिहास प्रारम्भ से. 650 ई. तक History of India Upto A.D. 650 Book विभिन्न विश्वविद्यालयों के नए पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है। पुस्तक में इस बात का हर सम्भव प्रयास किया गया है कि विद्यार्थियों को नए पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों पर स्तरीय विस्तृत पाठ्य-सामग्री उपलब्ध हो सके।
- इतिहास का अध्ययन करना सम्पूर्ण मानव समाज की उन्नति के लिए आवश्यक है। सम्पूर्ण पाश्चात्य इतिहास का अल्प पृष्ठों में वर्णन करना अत्यन्त दुरूह कार्य है, अतः प्रस्तुत पुस्तक में इतिहास की प्रमुख धाराओं का विस्तृत वर्णन किया गया है।
- भारत का इतिहास प्रारम्भ से. 650 ई. तक History of India Upto A.D. 650 Book में मानचित्रों के द्वारा विषय को सरल बनाने का प्रयास भी पुस्तक में किया गया है।
भारत का इतिहास प्रारम्भ से. 650 ई. तक History of India Upto A.D. 650 Book विषय-सूची
- भौगोलिक पृष्ठभूमि
- भारतीय इतिहास के स्रोतों का सर्वेक्षण तथा प्राचीन भारतीय इतिहास की अवधारणाएं
- पूर्व पाषाणकालीन संस्कृतियां
- मध्य पाषाणकालीन संस्कृतियां तथा नवपाषाण काल की अवधारणा
- बलूचिस्तान से गुजरात तक ताम्रपाषाणकालीन ग्रामीण सभ्यताओं का विकास
- हड़प्पा सभ्यता
- नवपाषाण काल एवं ताम्र-पाषाण संस्कृतियां
- प्रारम्भिक ऐतिहासिक भारत कें अभ्युदय की पृष्ठभूमि: वैदिक साहित्य में वर्णित संस्कृति तथा लौहयुगीन संस्कृति
- भौतिक तथा आदर्शवादी पृष्ठभूमि: बौद्ध धर्म, जैन धर्म, आजीविक व अन्य धर्म
- छठी शताब्दी ई. पू. की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति
- सामाजिक ढांचा
- जनपद तथा महाजनपद, आर्थिक दशा
- मौर्य-साम्राज्य
- अशोक व उसका धम्म, मौर्यों के पतन के कारण
- मौर्य-प्रशासन
- मौर्य कला एवं मौर्यकालीन सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक स्थिति
- मौर्योत्तर काल: शुंग एवं सातवाहन
- भारत पर वैदेशिक आक्रमण एवं उनका प्रभाव
- मौर्योत्तरकालीन संस्कृति
- दक्षिण भारत की प्रमुख शक्तियां तथा संगम-युग
- गुप्त-साम्राज्य
- गुप्त साम्राज्य के पतन के कारण
- गुप्त-प्रशासन
- गुप्तकाल में सांस्कृतिक विकास
- भारत के एशियाई देशों से सम्बन्ध
- वाकाटक, मौखरि, परवर्ती गुप्त तथा अन्य समकालीन राजवंश
- हर्षवर्धन कालीन राजनीतिक एवं सांस्कृतिक स्थिति
- प्रायद्वीपीय भारत: चालुक्य, पल्लव व अन्य दक्षिण भारतीय राज्य एवं उनकी संस्कृति
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