प्रस्तुत पुस्तक उत्तर प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा निति, 2020 के अनुरूप उत्तर प्रदेश राज्य के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों हेतु बी.ए. (इतिहास) सेमेस्टर तृतीय हेतु न्यूनतम समान पाठ्यक्रम (Common Minimum Syllabus) के अन्तर्गत तैयार की गई है |
पुस्तक में नवीन परीक्षा प्रणाली के अनुरूप दीर्घ उत्तरीय एवं वस्तुनिष्ठ (objective) प्रश्नों का समावेश किया गया है |
नए पाठ्यक्रम में हुए परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए पुस्तक में अनेक परिवर्तन इस संस्करण में किए गए है | उदाहरणार्थ, पुस्तक में मानचित्रों की संख्या को बढ़ाया गया है तथा नवीन सामग्री को भी यथास्थान पर जोड़ा गया है |
आधुनिक भारत का इतिहास (History of Modern India) Syllabus For B.A. IIIrd Semester of Various Universities of Uttar Pradesh
- Unit I : Arrival of European Companies : Rivalry for Control, Ascendancy of British East India Company : Plassey and Buxar and its Impact.
- Unit II : Territorial Expansion of East India Company : 1770-1856.
- Unit III : Rise of Punjab under Ranjeetsingh : Conquests and Administration, Rise of Hyderabad and Mysore in 18th century.
- Unit IV : Land Revenue system during colonial period : Permanent Settlement, Raiyatwari and Mahalwari System, Indian Renaissance : Reform and Revivals.
- Unit V : Transfer of Power : From Company to Crown, Lord Lytton and Lord Ripon, Lord Curzon and Partition of Bengal.
- Unit VI Commercialisation of Agriculture and its Impact on India, Development of Railways and its Impact.
- Unit VII Development of Education in Colonial India, Morley-Minto Reforms, Govt. of India Act, 1919 and 1935.
- Unit VIII : Rise and Development of Communalism in India, Mergers of Princely States after Independence and Role of Sardar Vallabh Bhai Patel.
विषय-सूची
- यूरोपीय कम्पनियों का आगमन : नियन्त्रण के लिए प्रतिव्दन्दिता
- ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी का प्रभुत्व : प्लासी और बक्सर का युध्द और उसके प्रभाव
- ईस्ट इण्डिया कम्पनी का प्रादेशिक विस्तार (1770-1856)
- रणजीतसिंह के अधीन पंजाब का उदय : विजय और प्रशासन
- 18वीं शताब्दी में हैदराबाद और मैसूर का उदय
- औपनिवेशिक काल में भू-राजस्व प्रणाली : स्थायी बन्दोबस्त, रैय्यतवाड़ी एवं महलवाड़ी व्यवस्था
- भारतीय पुनर्जागरण : सुधार एवं समीक्षा
- सत्ता का परिवर्तन : कम्पनी से क्राउन तक
- लॉर्ड लिटन तथा लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कर्जन और बंगाल का विभाजन
- भारत में कृषि का व्यावसायीकरण और इसके प्रभाव
- रेलवे का विकास और इसका प्रभाव
- औपनिवेशिक भारत में शिक्षा का विकास
- मार्ले-मिण्टो सुधार
- गर्वन्मेन्ट ऑफ़ इण्डिया एक्ट 1919 एवं 1935
- भारत में साम्प्रदायिकता का उदय और विकास
- आजादी से पूर्व देशी रियासतों का विलय एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमिका
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