झारखण्ड का इतिहास History of Jharkhand Book रांची विश्वविद्यालय, नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय में बी.ए (ऑनर्स) इतिहास सेमेस्टर-VI के Core Course 2 प्रश्न-पत्र हेतु CBCS के अन्तर्गत नए पाठ्यक्रमानुसार है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देश पर झारखण्ड मे लागू च्वाॅयस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (Choice Based Credit System) और सेमेस्टर प्रणाली शैक्षणिक सुधार के दृष्टिकोण से एक क्रांतिकारी निर्णय है। इस निर्णय को अमली जामा पहनाने के लिए यहां के शिक्षक, शैक्षणिक संस्थानों के पदाधिकारी और विद्यार्थी साधुवाद के पात्र हैं। इस पद्धति को लागू करने के बाद नए सिरे से जो पाठ्यक्रम का निर्धारण हुआ, उसके तहत रांची विश्वविद्यालय, रांची एवं नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय मेदिनीनगर पलामू में स्नातक स्तर पर ‘झारखण्ड का इतिहास’ का अध्ययन यहां के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए गौरव की बात है। झारखण्ड के इतिहास के माध्यम से विद्यार्थी अपने क्षेत्र के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। झारखण्ड के इतिहास से रू-ब-रू होकर झारखण्ड के समाज के ऐतिहासिक चरित्र को अच्छी तरह से समझा जा सकता है।
झारखण्ड का इतिहास History of Jharkhand Book Syllabus
Unit I: : Physiography of Jharkhand :
1. Physiography of Jharkhand
2. Land, 3. Climate 4. Minerals and 5. Forests
Unit : II : People:
1. The Mundas, the Oraons, and the Santals
2. Tribal and non-triabl settlements in Jharkhand
3. Their social, religious and cultural systems
4. Village administration of the tribals in Chotanagpur.
Unit : III : Early Dynasties of Jharkhand :
1. Nagvanshi Raj
2. Chero Raj
3. Singh Raj
Unit : IV : British Period :
1. Entry of the British into Jharkhand and its relation with the rulers
of Palamau, Singhbhum and Chotanagpur.
2. Revenue administration under the British Raj.
3. Judicial administration under the British Raj.
Unit 5 : Tribal Resistance :
1. The Larka (Kol) Revolt:
2. The Bhumij Revolt
3. Santal Hul
झारखण्ड का इतिहास History of Jharkhand Book विषय-सूची
- झारखण्ड का भौतिक स्वरूप
- झारखण्ड के लोग
- झारखण्ड में अंग्रेजों का प्रवेश और सत्ता की स्थापना
- ब्रिटिश काल में झारखण्ड का प्रशासन
- ब्रिटिश सत्ता और नागवंशी शासक
- ब्रिटिश सत्ता और चेरो वंश
- ब्रिटिश सत्ता और सिंहभूम के राजा
- जनजातीय विद्रोह
- संथाल हूल
Nisha –
The book is really nice… But I’m looking for the same book printed in English. Is it available?
Shyam Ji Pandey –
Nice