प्रस्तुत पुस्तक मध्य प्रदेश के विभिन्न विष्वविद्यालयों के स्नातक स्तर पर वार्षिक पध्दति के बी.ए. प्रथम वर्ष (समाजशास्त्र) के प्रथम प्रश्नपत्र भारतीय समाज और संस्कृति हेतु सत्र 2021-22 से प्रभावी नए पाठयक्रमानुसार प्रकाशित की गई है |
भारतीय समाज और संस्कृति Indian Society And Culture Syllabus For B.A Ist Year of Various Universities of Madhya Pradesh
- प्रथम : भारतीय समाज की परम्परागत पृष्ठभूमि: 1. भारतीय समाज की शास्त्रीय विशेषताएं 2. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि-प्रचीन काल, मध्यकाल, आधुनिक काल 3. शास्त्रीय दृष्टिकोण- 3.1 वर्ण, आश्रम, पुरूषार्थ 3.2 ऋण, यज्ञ, संस्कार 3.3 कर्म का सिद्धन्त 4. क्षेत्रीय दृष्टिकोण: 4.1 प्रजातीय, भाषायी एवं धार्मिक 4.2 जनांकिकीय एवं सांस्कृतिक परिदृश्य।
- द्वितीय : जनजातीय समाज: 1. जनजाति-ंअर्थ, विशेषताएं 2. अनुसूचित जाति और जनजाति में अन्तर 3. जनजातीय क्षेत्र 4. जनजातीय वर्गीकरण 5. परिवार, विवाह, नातेदारी 6. जनजातीय समस्याएं 7. जनजातीय कल्याण, संवैधानिक प्रावधान और उनका मुल्यांकन।
- तृतीया : ग्रामीण समाज : 1. अर्थ विशेषताएं 2. ग्रामीण जीवन-लोक-संस्कृति, लघु एवं वृहद परम्पराएं 3. ग्रामीण नेतृत्व, ग्रामीण गुटबन्दी, प्रभु-जाती 4. ग्रामीण संस्थाएं-परिवार, विवाह, नातेदारी 5. प्रवास, ग्रामीण सामजिक समस्याएं 6. ग्रामीण विकास की नीतियां कार्यक्रम एवं मुद्दे |
- चतुर्थ : नगरीय समाज : 1. क़स्बा, नगर एवं महानगर-अवधारणा 2. भारतीय नगर एवं उनका विकास 3. नगरीय समाज में परिवर्तन 4. जनजातीय, ग्रामीण एवं नगरीय सातत्य 5. नगरीय सामाजिक समस्याएं 6. नगर नियोजन एवं प्रबन्धन |
- पंचम : सामाजिक समस्याएं : अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं मध्यम वर्ग की समस्याएं 2. लैंगिक असमानता 3. घरेलू हिंसा 4. तलाक 5. थर्ड जेंडर की समस्या 6. युवा असंतोष 7. अन्त: पीढ़ी एवं अंतर-पीढ़ी संघर्ष 8. वृध्दों की समस्याएं
विषय सूची
- भारतीय समाज की शास्त्रीय विशेषताएं
- भारतीय समाज का क्षेत्रीय दृष्टिकोण
- जनंकिकीय एवं सांस्कृतिक परिद्रश्य
- जनजाति : अर्थ, विशेषताएं
- जनजातीय क्षेत्र
- जनजातीय वर्गीकरण
- जनजातीय परिवार
- जनजातीय विवाह
- जनजातियों में नातेदारी
- जनजातीय समस्याएं
- जनजातीय कल्याण एवं संवैधानिक प्रावधान
- ग्रामीण समाज : अर्थ, विशेषताएं एवं प्रकार
- ग्रामीण जीवन : लोक संस्कृति, लघु एवं वृहत परम्परा
- जजमानी व्यवस्था
- ग्रामीण नेतृत्व, गुटबन्दी एवं प्रभु जाती
- सामाजिक संस्थाएं : परिवार तथा नातेदारी
- सामाजिक संस्थाएं : विवाह
- प्रवास
- ग्रामीण सामाजिक समस्याएं (निर्धनता, प्रव्रजन एवं भूमिहीन श्रमिक)
- ग्रामीण विकास की नीतियां, कार्यक्रम एवं मुद्दे
- कस्बा, नगर तथा महानगर
- भारतीय नगर एवं उनका विकास
- नगरीय समाज में परिवर्तन
- ग्रामीण एवं नगरीय सातत्य
- नगरीय सामाजिक समस्याएं
- नगरीय नियोजन एवं प्रबन्धन
- सामाजिक समस्याएं : अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं माध्यम वर्ग
- लैंगिक असमानता
- घरेलु हिंसा
- विवाह-विच्छेद (तलाक)
- तीसरे लिंग से सम्बन्धित समस्याएं
- युवा असन्तोष
- अन्त: एवं अन्तर-पीढ़ी संघर्ष
- वृद्धिजनों की समस्या
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