प्रबन्धकीय लेखाविधि Management Accounting Book For B.Com Semester V of Kumaun University, Nanital
प्रबन्ध विज्ञान एवं तकनीकों के विकास के साथ ‘प्रबन्ध’ और ‘लेखाविधि’ एक-दूसरे के निकट आ गए हैं तथा लेखाविधि के विश्लेषण तथा निर्वचन प्रबन्धकीय क्रियाओं के आधार एवं मार्गदर्शक बन गए हैं और लेखाविधि की एक नवीन शाखा ‘प्रबन्धकीय लेखाविधि’ का विकास हुआ है। विषय की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए ही विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मार्गनिर्देशित बी. कॉम. के नवीन पाठ्यक्रमों में ‘प्रबन्धकीय लेखाविधि’ को एक महत्वपूर्ण विषय के रूप में शामिल किया गया।
पुस्तक की विशिष्टताएं निम्न प्रकार हैं :
- विषय-सामग्री को पूर्णतः उत्तरपूर्णत में एकीकृत पाठ्यक्रम में इस विषय के निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार ही व्यवस्थित एवं विन्यासित किया गया है।
- पुस्तक की भाषा-शैली को अत्यन्त सरल रखा गया है तथा शीर्षकों एवं उप-शीर्षकों के अंग्रेजी पर्याय भी दिए गए हैं।
- संख्यात्मक प्रश्नों को सरलता से कठिनता की ओर क्रमबद्ध रूप में अनुविन्यासित करने का प्रयत्न किया गया है। उदाहरणों एवं प्रश्नों को समान क्रम में रखा गया है, जिससे विद्यार्थी उदाहरणों के आधार पर प्रश्न हल करता रहे।
- सभी उदाहरणों एवं प्रश्नों को हिन्दी तथा अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दिया गया है, जिससे उन्हें अधिकाधिक स्पष्टता से समझा जा सके। प्रश्नों के चयन में बी. कॉम. के स्तर को विशेष रूप से ध्यान में रखा गया है।
- सभी महत्त्वपूर्ण विश्वविद्यालयों के प्रश्न-पत्रों के नवीन प्रारूपों के अनुसार विभिन्न अध्यायों के अन्त में लघु उत्तरीय एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को पर्याप्त संख्या में जोड़ा गया है।
- विभिन्न अध्यायों में प्रयुक्त सूत्रां को सरल, लेकिन मानक रूप में रखा गया है तथा प्रत्येक अध्याय के अन्त में उस अध्याय में प्रयुक्त सभी सूत्रों को एक स्थान पर दिया गया है।
- पुस्तक के संशोधित संस्करण की उल्लेखनीय विशेषता यह है कि कम्पनी अधिनियम, 2013 की अनुसूची III के अनुरूप चिट्ठा एवं लाभ-हानि विवरण के संशोधित प्रारूप के अनुरूप सभी सम्बन्धित अध्यायों को पुनः तैयार किया गया है। इसमें केवल नवीन प्रारूप ही प्रयुक्त नहीं किए गए हैं, वरन् उनमें प्रयुक्त शब्दावली भी कम्पनी अधिनियम के प्रावधानों एवं व्यवस्थाओं के अनुसार है।
प्रबन्धकीय लेखाविधि Management Accounting Syllabus For B.Com Semester V of Kumaun University, Nanital
Unit I: Definition, Objectives, Nature, Scope & role of Management Accounting, Difference Between Financial Accounting and Management Accounting.
Unit II: Analyzing Financial Statements: Methods of Analysis and Interpretation of Financial Statements, Ratio Analysis, Comparative Financial Statements.
Unit III: Marginal Costing: Concept, Basic Characteristics, and Limitations, applications of Marginal Costing, Level of Activity, Planning, Decisions regarding Sales– Mix, Make or Buy Decisions and Discontinuation of a Product Line.
Unit IV: Cost Volume: Profit Analysis; P/V Ratio, Margin of Safety, Break-even analysis, Assumptions and Practical Applications of Break-Even-Analysis.
Unit V: Reporting to Management: Objectives of Reporting, Reporting Needs at Different Managerial Levels; Types of Reports, Modes of Reporting, Reporting of Different Levels of Management.
प्रबन्धकीय लेखाविधि Management Accounting Book विषय-सूची
- प्रबन्धकीय लेखाविधि: परिचय
- वित्तीय विवरण
- वित्तीय विवरणों का विश्लेषण एवं निर्वचन (तुलनात्मक वित्तीय विवरण सहित)
- अनुपात विश्लेषण
- सीमान्त लागत विधि
- सीमान्त लागत विधि (निर्णयन उपकरण के रूप में)
- लागत-मात्रा-लाभ विश्लेषण (सम-विच्छेद विश्लेषण)
- प्रबन्ध हेतु लेखा रिपोर्ट (प्रतिवेदन)
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