लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ के बी. काॅम. सेमेस्टर IV के नए पाठ्यक्रमानुसार पुस्तक को प्रस्तुत करते हुए हमें अपार प्रसन्नता हो रही है।
प्रस्तुत पुस्तक ‘मानव संसाधन प्रबन्धन’ आज समय की माँग है। मानव संसाधन मानव पूँजी (human Capital) के रूप में सम्पूर्ण व्यावसायिक जगत का संचालक (Prime Mover) है तथा सम्पूर्ण व्यावसायिक पद्धति का केन्द्र बिन्दु है। मानव ही सम्पूर्ण आर्थिक क्रियाओं का मूलाधार है। मानव एक सक्रिय तथा जटिल (Dynamic and Complex) घटक है, अतः इसका प्रबन्धन एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। बदलते वैश्विक परिदृश्य में इसकी जटिलताएँ और भी बढ़ गई हैं। बढ़ती व बदलती व्यावसायिक पद्धतियाँ, तकनीकी सूचना क्रांति आदि ने वैश्विक स्तर पर व्यावसायिक वातावरण को काफी प्रभावित किया है। ऐसे में संगठनों के समक्ष उत्पन्न चुनौतियाँ, गलाघोंट वैश्विक प्रतियोगिता तथा व्यावसायिक जगत में आए परिवर्तनों से संगठन को बाहर निकालने तथा उसके अस्तित्व को बचाए व बनाए रखने के लिए प्रभावशाली तथा युद्ध नीतिक मानव संसाधन प्रबन्ध (Effective and Strategic HRM) की नितान्त आवश्यकता है।
पुस्तक में मानव संसाधन प्रबन्धन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण पहलुओं व आयामों की चर्चा वैश्विक व्यावसायिक वातावरण के परिप्रेक्ष्य में की गई है। पुस्तक में पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों को सम्मिलित किया गया है। परीक्षा प्रणाली को दृष्टिगत रखते हुए पुस्तक में बहुविकल्पीय प्रश्नांे का उत्तर सहित समावेश किया गया है।
मानव संसाधन प्रबंधन Managing Human Resources Syllabus For B.Com Semester IV of Lucknow University
Unit I: Nature and Concept of HRM, Importance, Present-Day Challenges. Human Resource Planning concept and process.
Unit II: Job Analysis: Job Description and Job Specification. Recruitment & Selection: the difference between them, Process of Selection-Stages; Socialization and Induction.
Unit III: Training & Development: Difference between the two, Process and methods of training and development, Performance Appraisal: Methods of Performance Appraisal.
Unit IV: Compensation Planning; Meaning and objectives, Developing Pay Structures, Principles of Wage and Salary Administration, Promotions, Demotions, Transfers, and Separations.
मानव संसाधन प्रबंधन Managing Human Resources विषय-सूची
- मानव संसाधन प्रबन्ध (प्रकृति, अवधारणा एवं महत्व)
- मानव संसाधन नियोजन
- कार्य विश्लेषण
- भर्ती एवं चयन
- समाजीकरण एवं आगमन
- प्रशिक्षण एवं विकास
- निष्पादन मूल्यांकन
- क्षतिपूर्ति नियोजन
- मजदूरी एवं उनके विभिन्न आयाम
- मजदूरी भुगतान की पद्धतियां
- मजदूरी एवं वेतन प्रशासन
- पदोन्नति, पदावनति एवं स्थानान्तरण
- पृथक्करण/अलगाव
Dilip kumar –
Good