प्रस्तुत भारतीय समाजशास्त्र के पथप्रदर्शक Pioneers of Indian Sociology Book उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के बी. ए. तृतीय वर्ष के तृतीय प्रश्न-पत्र समाजशास्त्र के पथप्रदर्शक के निर्धारित पाठयक्रमानुसार तैयार की गई है। इस पुस्तक में भारतीय सामाजिक चिन्तकों के विचारों की संक्षिप्त विवेचना करने का प्रयास किया गया है। भारत में सामाजिक चिन्तन की अपनी परम्परा रही है जो पश्चिमी विचारकों की तुलना में अधिक प्राचीन, समृद्ध और सुव्यवस्थित है। आधुनिक समय में भारतीय चिन्तन की मौलिकता जी. एस. घुरिये, राधाकमल मुकर्जी, एम. एन. श्रीनिवास, डी. पी. मुकर्जी, एस. सी. दुबे एवं योगेन्द्र ञसह के विचारों से मुखरित हुई है।
- पुस्तक को सरल भाषा तथा सुगम शैली में लिखा गया है।
- पुस्तक के लेखन में मुख्य ध्यान इस बात का रखा गया है कि सामाजिक विचारकों द्वारा प्रतिपादित सिद्धान्तों एवं अवधारणाओं को विद्यार्थी सही रूप से सुगमता के साथ समझ सकें।
Pioneers of Indian Sociology New Syllabus For Chaudhary Charan Singh University, Bundelkhand University, Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University, Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith, Jananayak Chandrashekhar University, Pt. Deendayal Upadhyay Gorakhpur University, Mahatma Jyotiba Phule Rohilkhand University, Dr Bhimrao Ambedkar University, University of Lucknow B.A. III Year
Unit-I: Radha Kamel Mukerjee: Social structure of values. Social Ecology. D.P. Mukerjee: Cultural diversities, Moderniza-tion. Andre Betille: Social Stralification, Peasant Society and Folk Culture.
Unit-II: G.S. Ghurye: Caste, Rural-Urban Community. Iravati Karve: Kinship in India.
Unit-III: M.N. Srinivas: Sankritization, Secularization and Dominant Caste.S.C. Dubey: Indian Village, Tradition, Modernization and Development.
Unit-IV: M.S.A. Rao, TK Ooman: Social Movements in India.Yogendra Singh: Modernization of Indian Tradition, SocialChange in India: Culture and resilience.
भारतीय समाजशास्त्र के पथप्रदर्शक Pioneers of Indian Sociology Book विषय-सूची
- राधाकमल मुकर्जी: मूल्यों की सामाजिक संरचना तथा सामाजिक पारिस्थितिकी
- डी. पी. मुकर्जी: सांस्कृतिक विविधताएं एवं आधुनिकीकरण
- आन्द्रे बिताई: सामाजिक स्तरीकरण
- आन्द्रे बिताई: कृषक समाज
- आन्द्रे बिताई: लोक संस्कृति
- जी. एस. घुरिये: जाति
- जी. एस. घुरिये: ग्रामीण एवं नगरीय समुदाय
- इरावती कर्वे: भारत में नातेदारी
- एम. एन. श्रीनिवास: संस्कृतीकरण
- एम. एन. श्रीनिवास: लौकिकीकरण एवं प्रभुजाति
- एस. सी. दुबे: भारतीय ग्राम
- एस. सी. दुबे: परम्परा, आधुनिकीकरण एवं विकास
- एम. एस. राव एवं टी. के. ओमेन: भारत में सामाजिक आन्दोलन
- योगेन्द्र सिंह: भारतीय परम्परा का आधुनिकीकरण
- योगेन्द्र सिंह: भारत में सामाजिक परिवर्तन: संस्कृति तथा लचीलापन
Manish –
Good