‘राजनीतिक सिद्धान्त’ या ‘राजनीति विज्ञान के मूल आधार’ आदि शीर्षक से लेखक की पुस्तकें गत 40 वर्षों से विभिन्न विश्वविद्यालयों के राजनीति विज्ञान के विद्यार्थियों द्वारा पढ़ी जाती रही हैं। पुस्तक का यह संस्करण महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर द्वारा बी. ए. भाग-I के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम को पूर्णतया दृष्टि में रखते हुए तैयार किया गया है।
पाठ्यक्रम को दृष्टि में रखते हुए पुस्तक के कुछ अध्यायों को नये सिरे से लिखा गया है। पुस्तक की रचना में परीक्षा योजना और प्रश्न-पत्र के ढांचे को भी पूर्णतया दृष्टि में रखा गया है। इस बात की पूरी चेष्टा की गई है कि पुस्तक विद्यार्थियों के लिए श्रेष्ठतम पुस्तक की स्थिति प्राप्त कर सके।
राजनीति विज्ञान के अध्ययन विषय का तीव्र गति से विकास हो रहा है और विषय में नवीन प्रवृत्तियां प्रवेश कर रही हैंय जिनका सामान्य परिचय राजनीति विज्ञान के प्रारम्भिक विद्यार्थियों को भी प्राप्त होना चाहिए। इस बात को दृष्टि में रखते हुए सभी अध्यायों में नवीन प्रवृत्तियों की यथास्थान स्पष्टता और आवश्यक विस्तार के साथ विवेचना की गई है। लोकतन्त्र तथा लोकतन्त्र के विविध सिद्धान्त, अधिकार, स्वतन्त्रता, समानता और ई-गवर्नेन्स तथा अन्य कुछ विषयों की विवेचना में देश-विदेश की नवीनतम घटनाओं के उदाहरण देकर विषय को जीवन्त और रोचक बनाने का प्रयास किया गया है।
राजनीतिक सिद्धान्त (Political Theory) Book पाठ्यक्रम
इकाई-1: राजनीतिक सिद्धान्त: अर्थ, प्रकृति एवंउपयोगिता (महत्व)। प्रकार: मानकीय एवं अनुभववादी, व्यवहारवाद एवं उत्तर-व्यवहारवाद, वैज्ञानिक पद्धति एवं सिद्धान्त निर्माण, राजनीतिक सिद्धान्त का पतन एवं पुनरोदय।
इकाई-2: राज्य एवं सरकार: आदर्शवादी, उदारवादी एवं मार्क्सवादी सिद्धान्तों के विशेष सन्दर्भ में राज्य की प्रकृति तथा कार्य।
राजनीतिक व्यवस्था: राजनीतिक व्यवस्था का ईस्टर का प्रतिमान। सरकार: प्रकार: लोकतंत्र और अधिनायकवाद, एकात्मक तथा संघात्मक, अध्यक्षात्मक तथा संसदीय सरकारें।अंग: शक्ति पृथक्करण सिद्धान्त, कार्यपालिका, विधायिका एवं न्यायपालिका का संगठन तथा कार्य।
इकाई-3: मूल राजनीतिक अवधारणाएं एवं लोकतन्त्र: सम्प्रभुता, अधिकार, स्वतन्त्रता, समानता एवं न्याय। शक्ति (लासवेल), अधिसत्ता (मेक्स वेबर), राजनीतिक विकास (लूसियन पाई), राजनीतिक संस्कृति (आमण्ड) एवं ई-शासन। लोकतन्त्र सिद्धान्त: चिरसम्मत (क्लासिकल), व्यक्तिवादी, अभिजनवादी, बहुलवादी तथा मार्क्सवादी। प्रतिरूप: सहभागी एवं प्रतिनिध्यात्मक। संगठन: प्रतिनिधित्व के सिद्धान्त, आनुपातिक प्रतिनिधित्व के विशेष सन्दर्भ सहित निर्वाचन प्रणालियां।
राजनीतिक सिद्धान्त Political Theory Book विषय-सूची
- राजनीतिक सिद्धान्त: आशय, प्रकृति और महत्व
- राजनीतिक सिद्धान्त के प्रकार: मानवीय एवं अनुभववादी
- व्यवहारवाद
- उत्तर-व्यवहारवाद
- वैज्ञानिक पद्धति और सिद्धान्त निर्माण
- राजनीतिक सिद्धान्त का ह्रास अथवा पतन तथा पुनरोदय
- राज्य की प्रकृति और कार्य: उदारवाद, आदर्शवाद और माक्र्सवादी सिद्धान्त
- राजनीतिक व्यवस्था
- लोकतन्त्र और अधिनायकतन्त्र
- एकात्मक व संघात्मक शासन
- संसदात्मक व अध्यक्षात्मक शासन
- शक्तियों के पृथक्करण का सिद्धान्त
- सरकार के अंग: व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका
- सम्प्रभुता और बहुलवाद
- अधिकार और कर्तव्य
- स्वतन्त्रता की अवधारणा
- समानता की अवधारणा
- न्याय
- शक्ति की धारणा
- अधिसत्ता (प्राधिकार)
- राजनीतिक विकास
- राजनीतिक संस्कृति
- ई-गवर्नेन्स (यान्त्रिकी आधारित शासन)
- लोकतन्त्र: विविध सिद्धान्त
- लोकतन्त्र के प्रतिरूप: सहभागी एवं प्रतिनिध्यात्मक
- उदारवाद
- मार्क्सवाद
- फासीवाद
- गांधीवाद
Reviews
There are no reviews yet.