परिमाणात्मक पद्धतियां (Quantitative Methods) Book For:
- M.A Semester I of University of Allahabad, Babasaheb Bhimrao Ambedkar Bihar University (BRABU), Lalit Narayan Mithila University Darbhanga (LNMU), Jai Prakash University Chhapra, Pandit Ravishankar Shukla University Raipur (PRSU), Baster University, Atal Bihari Vajpayee Vishwavidyalaya Bilaspur, Sri Dev Suman Uttarakhand University Tehri Garhwal, Kumaun University (KUNTL), Awadhesh Pratap Singh University Rewa (APSU), Barkatullah University Bhopal, Jiwaji University Gwalior, Rani Durgavati Vishwavidyalaya Jabalpur (RDVV), Vikram University Ujjain, Dr. Harisingh Gour University Sagar (DHGU)
- M.A Semester II of Patna University, Magadh University, Patliputra University, Tilka Manjhi Bhagalpur University (TMBU), Munger University, Pandit Ravishankar Shukla University Raipur (PRSU), Baster University, Atal Bihari Vajpayee Vishwavidyalaya Bilaspur, Kumaun University (KUNTL), Mahatma Gandhi Kashi Vidyapith Varanasi (MGKVP), Jananayak Chandrashekhar University Ballia (JNCU)
- M.A Semester III of Bhupendra Narayan Mandal University Madhepura (BNMU), Purnea University
- M.A I Year of Mahatma Jyotiba Phule Rohilkhand University Bareilly (MJPRU), Veer Kunwar Singh University Ara (VKSU), Dr Rammanohar Lohia Avadh University Faizabad (RMLAU), Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University Kanpur (CSJMU) & M.A II Year of Veer Kunwar Singh University Ara (VKSU), Veer Bahadur Singh Purvanchal University Jaunpur (VBSPU), Bundelkhand University
एम. ए. (अर्थशास्त्र) छात्रों के लिए परिमाणात्मक पद्धतियां Quantitative Methods पुस्तक को अत्यन्त व्यावहारिक एवं उपयोगी बनाने के लिए जो विशेष प्रयास किए गए हैं उनमें से निम्नलिखित प्रमुख रूप से उल्लेखनीय हैं:
- पुस्तक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के माॅडल पाठ्यक्रम के अनुसार तैयार की गई है।
- विषय के सैद्धान्तिक भाग को सरल, बोधगम्य एवं प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
- सभी प्रकार के प्रश्नों को हल करके छात्रों के लिए सुविधादायक बनाने का प्रयास किया गया है।
- संशोधित संस्करण में निम्नलिखित अध्यायों को पूर्णतः नए सिरे से लिखा गया है तथा इनमें अनेक नए उदाहरणों तथा प्रश्नों को उत्तर सहित सम्मिलित किया गया है:
- सांख्यिकीय माध्य: केन्द्रीय प्रवृत्ति की मापें
- निर्देशांक अथवा सूचकांक।
- विभिन्न विश्वविद्यालय के सैद्धान्तिक तथा न्यूमेरीकल प्रश्नों का समावेश किया गया है, जिससे छात्रों को विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के बारे में ज्ञान हो सके।
- सभी प्रश्नों को सरलता से बोधगम्य बनाने के लिए अंग्रेजी के साथ-साथ हिन्दी अनुवाद भी दिया गया है।
- जिन क्षेत्रों में विकल्प सूत्रों का व्यवहार होता है या सम्भव होता है, वहां पर उनके वैकल्पिक व्यवहार का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है।
- सभी प्रकार के (सहज/कठिन) उदाहरणों को (हल सहित) प्रस्तुत किया गया है, जिससे छात्रों की परीक्षा के लिए तैयारी सरल हो सके।
परिमाणात्मक पद्धतियां Quantitative Methods Book विषय-सूची
परिमाणात्मक तकनीकें
प्रतिचयन, समंक स्रोत एवं आंकड़ों का संकलन
- निदर्शन या प्रतिचयन
- निदर्शन की रीतियां या विधियां
- समंकों का संग्रहण
- प्रश्नावली, अनुसूची एवं साक्षात्कार
- संग्रहीत समंकों का सम्पादन
एकचरीय विश्लेषण - सांख्यिकीय माध्य: केन्द्रीय प्रवृत्ति की मापें
- विभाजन मूल्य: चतुर्थक एवं शतमक
- अपकिरण एवं इसकी मापें
- विषमता, परिघात एवं पृथुशीर्षत्व
- प्रायिकता सिद्धान्त
- दैव चरों की प्रत्याशा एवं प्रसरण
- प्रायिकता वितरण
- सांख्यिकीय निर्णय-सिद्धान्त
सांख्यिकीय आकलन एवं परीक्षण - आकलन एवं परिकल्पना परीक्षण
- सार्थकता-परीक्षण: बड़े न्यादर्श
- सार्थकता-परीक्षण: छोटे न्यादर्श
- गुण-सम्बन्ध
- काई-वर्ग परीक्षण और उपयोज्यता की अनुकूलता
- अप्राचलिक परीक्षण
- प्रसरण-विश्लेषण
- प्रयोग अभिकल्पना
- अनुकरण या अनुरूपण
सहसम्बन्ध एवं प्रतीपगमन विश्लेषण - सहसम्बन्ध विश्लेषण
- प्रतीपगमन विश्लेषण
- निर्देशांक अथवा सूचकांक
- सांख्यिकीय गुण/किस्म नियन्त्रण
- आन्तरगणन एवं बाह्यगणन
- काल-श्रेणी का विश्लेषण
- रेखीय प्रक्रमन
- परिवहन समस्या
- जीवन-समंक: जन्म, मृत्यु एवं जीवितता दरों की गणना
- भारतीय सांख्यिकी
- लघुगणक, प्रतिलघुगणक, व्युत्क्रम सारणियां
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