समाजशास्त्र Sociology Book For B.A. (Hons.) I Year of Tilka Manjhi Bhagalpur University & Munger University
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के माॅडल पाठ्यक्रम पर आधारित नए पाठ्यक्रम बी. ए. प्रथम वर्ष के प्रथम एवं द्वितीय दोनों प्रश्नपत्रों हेतु इस पुस्तक की रचना की गई है। पाठ्यक्रम में बहुत अधिक परिवर्तन के कारण सम्पूर्ण पुस्तक को पूर्णतः नए सिरे से लिखा गया है।
पुस्तक में सर्वत्र समाजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य की विशिष्टता पर विशेष ध्यान दिया गया है। साथ ही प्रयत्न किया गया है कि विद्यार्थी समाजशास्त्र की उपयोगिता अपने समाज और उसकी समस्याओं को हल करने के प्रयास के रूप में समझ सकें। पुस्तक में उन परिस्थितियों का भी उल्लेख किया गया है, जिन्होंने एक विशिष्ट विज्ञान के रूप में समाजशास्त्र के उद्भव एवं विकास में योग दिया।
द्वितीय प्रश्न-पत्र में भारतीय सामाजिक संस्थाओं पर ऐतिहासिक दृष्टिकोण से विचार और वर्तमान में उनमें होने वाले परिवर्तनों को दर्शाने का प्रयास किया गया है। नातेदारी, विवाह और परिवार व्यक्ति-व्यक्ति के जीवन को अनेक रूपों में प्रभावित करते हैं। सम्पूर्ण समाज-व्यवस्था भी इनसे बहुत कुछ अंशों में प्रभावित है। ये संस्थाएं अनेक शताब्दियों के सफल चिन्तन का परिणाम हैं, आज ये परिवर्तन की शक्तियों के मध्य है। इनमें होने वाले परिवर्तनों और इनके भावी स्वरूप पर उपलब्ध शोध परिणामों को ध्यान में रखकर विचार किया गया है। प्रस्तुत पुस्तक में वैज्ञानिक दृष्टिकोण बनाए रखते हुए वास्तविक तथ्यांे का अनावरण करने पर विशेष जोर दिया गया है।
लेखन-शैली में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि पुस्तक में वर्णित सामग्री को विद्यार्थी सरलतापूर्वक समझ सकें। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए शीर्षकों, उप-शीर्षकों एवं अवधारणाओं के लिए अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग किया गया है। विषय से सम्बन्धित विभिन्न विद्वानों के कथनों को आवश्यकतानुसार आंग्ल भाषा में भी दिया गया है। पुस्तक की विषय-सामग्री ऐसी है कि इससे विभिन्न विश्वविद्यालयों के स्नातक कक्षाओं के समाजशास्त्र के विद्यार्थी लाभ उठा सकेंगे।
समाजशास्त्र Sociology Book विषय-सूची
प्रथम प्रश्न-पत्र: समाजशास्त्र: एक परिचय (Introduction to Sociology)
- समाजशास्त्र का उद्भव: कारण
- समाजशास्त्र का अर्थ, विषय सामग्री तथा क्षेत्र
- समाजशास्त्र की प्रकृति
- समाजशास्त्र का अन्य सामाजिक विज्ञानों से सम्बन्ध
- समाजशास्त्रीय अध्ययन का वैज्ञानिक एवं मानविकी अभिमुखन
- मौलिक अवधारणाएं: समाज
- समुदाय
- सामाजिक समूह
- संस्था
- सामाजिक संरचना
- सामाजिक संरचना
- प्रस्थिति तथा भूमिका
- सामाजिक क्रिया
- संस्कृति
- सामाजिक मानदण्ड (प्रतिमान), तथा मूल्य
- सामाजिक प्रक्रियाएं: सहयोगात्मक
- सामाजिक प्रक्रियाएं: असहयोगात्मक
- सामाजिक स्तरीकरण
- सामाजिक गतिशीलता: अर्थ, स्वरुप तथा सिद्धांत
- सामाजिक नियन्त्रण: अर्थ, स्वरुप तथा सिद्धांत
- सामाजिक परिवर्तन काअर्थ
- सामाजिक परिवर्तन के प्रकार
- सामाजिक परिवर्तन के सिद्धांत
- समाजीकरण : अर्थ, सोपान (स्तर) तथा सिद्धांत
- सामाजिक परिवर्तन के कारक
- व्यक्ति और समाज
- व्यक्ति और समाजका सम्बन्ध
- परिवार
- जाति और वर्ग
- समिति
द्वितीय प्रश्न-पत्र: नातेदारी, विवाह तथा परिवार (Kinship, Marriage and Family)
- नातेदारी
- गोत्र: अर्थ, प्रकार एवं महत्त्व
- विवाह: अर्थ एवं प्रकार
- विवाह सम्बन्धी नियम
- भारत में विवाह सम्बन्धी समस्याएं (बल विवाह, विधवा विवाह, दहेज़, अंतर्जातीय विवाह)
- हिंदुओं एवं मुसलमानों में विवाह विच्छेद
- परिवार एवं गृहस्थ
- परिवार: प्रकार एवं उत्पत्ति के सिद्धांत
- परिवार की संरचना एवं प्रकार्यों में परिवर्तन
- परिवार (बच्चों एवं वृद्धों की देख-रेख के सन्दर्भ में)
- परिशिष्ट: लघु उत्तरीय एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्न
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