भारतीय कंपनी अधिनियम (Indian Company Act) पुस्तक का यह संस्करण मध्य प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के बी. काॅम. द्वितीय वर्ष के नए पाठ्यक्रमानुसार तैयार किया गया है।
कम्पनी अधिनियम, 2013 कम्पनी (संशोधन) अधिनियम, 2015 कम्पनी (संशोधन) अधिनियम, 2017 कम्पनी नियमों, 2014 तथा इन्सौलवैंसी का बैंक्रप्सी संहिता, 2016 द्वारा कम्पनी अधिनियम में किए गए संशोधनों का इस संस्करण में समावेश किया गया है।
संशोधित संस्करण की अद्वितीय विशेषताएं:
- मई 2016 में राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित The Insolvency and Bankruptcy Code, 2016 के द्वारा कम्पनी के समापन (Winding-up Companies) में अत्यधिक महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं, अतः पुस्तक के अध्याय ‘कम्पनी का समापन’ को पूर्णतः नए सिरे से लिखा गया है।
- कम्पनी (संशोधन) अधिनियम, 2017 के प्रावधानों का समावेश किया गया है।
- नवीनतम अधिसूचनाओं को ध्यान में रखा गया है।
भारतीय कंपनी अधिनियम Indian Company Act Book विषय-सूची
- कम्पनी: परिभाषा, विशेषताएं एवं प्रकार
- कम्पनी का गठन (प्रवर्तन, निगमन और व्यवसाय का प्रारम्भ)
- पार्षद सीमानियम
- पार्षद अन्तर्नियम
- प्रविवरण
- अंश
- कम्पनी की अंश पूंजी
- ऋणपत्र
- कम्पनियों द्वारा जमा राशियां (निक्षेप) स्वीकार करना
- कम्पनी के ऋण लेने के अधिकार (बन्धक एवं प्रभार)
- संचालक-मण्डल, इसकी समितियां व प्रबन्धकीय पारिश्रमिक
- लाभांश
- कम्पनी की सदस्यता
- बहुमत की शक्ति और अल्पसंख्यक अंशधारकों के अधिकार
- दमन और कुप्रबन्ध पर रोक
- प्रबन्ध-संचालक या पूर्णकालिक संचालक, प्रबन्धक एवं कम्पनी सचिव
- समझौते, व्यवस्थाएं व समामेलन
- कम्पनी की बैठकें (सभाएं)
- कम्पनी का समापन
dr.B.Mathew –
this book content to very easy and competed with syllabus