अन्तर्राष्ट्रीय व्यवसाय का परिचय नामक Introduction to International Business पुस्तक के प्रथम संस्करण को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए हमें अपार हर्ष एवं सन्तोष का अनुभव हो रहा है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा निर्धारित नवीनतम पाठ्यक्रम जिसे देश के लगभग सभी विश्वविद्यालयों द्वारा स्वीकार कर लिया गया है। उसी को ध्यान में रखकर इस पुस्तक को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं। यह पुस्तक हिन्दी भाषी क्षेत्र के विभिन्न विश्वविद्यालयों विशेषकर लखनऊ विश्वविद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर वाणिज्य व अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए विशेष उपयोगी है। सरकारी आर्थिक नीतियों, नवीनतम सूचनाओं व आंकड़ों को यथा स्थान देकर प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों के लिए भी इस पुस्तक को उपयोगी बनाने का प्रयास किया गया है।
अन्तर्राष्ट्रीय व्यवसाय का परिचय नामक Introduction to International Business Syllabus For B.Com. Semester III of Lucknow University, Lucknow
Units I : Introduction and concepts of the international business, Domestic and international business comparison, advantages and disadvantages of domestic business and International Business respectively, Reasons for entering into International Business, modes of entry, Concept of MNC, TNC.
Units II: WTO: structure, functions, and roles in the current international business scenario, an overview of WTO agreements, concept of Trade Creation, Trade Diversion, Concept and various levels of International Economic Integration, PTA & FTA, Custom Union, Common Market, Economic Union, Political Union.
Units III: Major Regional Trade Agreements, features of European Union, SAARC, NAFTA, ASEAN, SAFTA, Limitations of Regional Economic Integration, BRICS.
Units IV: International financial institutions – structure, roles, functions of World Bank, IMP, ADB, Financial support available in India – EPZs, SEZs, Future trends in international business, concepts of FDI and Portfolio investments.
अन्तर्राष्ट्रीय व्यवसाय का परिचय नामक Introduction to International Business Book विषय-सूची
- अन्तर्राष्ट्रीय व्यवसाय का परिचय एवं अवधारणा
- घरेलू (आन्तरिक) व्यवसाय एवं अन्तर्राष्ट्रीय व्यवसाय
- बहुराष्ट्रीय निगम एवं अन्तर्राष्ट्रीय निगम
- विश्व व्यापार संगठन: संरचना एवं कार्य
- अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक एकीकरण के विभिन्न सिद्धान्त
- स्वतन्त्र व्यापार अनुबन्ध एवं संरक्षण व्यापार अनुबन्ध
- प्रमुख क्षेत्रीय व्यापार समझौता
- अन्तर्राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (विश्व बैंक)
- अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा-कोष
- एशियाई विकास बैंक
- भारत में उपलब्ध वित्तीय सहायता
Dr Parvesh Gill –
Sahitya publication is worthy enough