विपणन के सिद्धान्त एवं व्यवहार Principles & Practice of Marketing पुस्तक का प्रस्तुत संस्करण ‘विपणन के सिद्धान्त एवं व्यवहार’ लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ के बी. काॅम. सेमेस्टर VI हेतु निर्धारित पाठ्यक्रमानुसार प्रकाशित की गई है। पुस्तक में पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों की सरल भाषा में विस्तृत विवेचना की गई है।
विपणन के सिद्धान्त एवं व्यवहार Principles & Practice of Marketing Book विषय-सूची
- परिचय (विपणन का स्वभाव एवं क्षेत्र, महत्व, कार्य, विचारधारा, परम्परागत एवं आधुनिक, विक्रय बनाम विपणन)
- विपणन-मिश्रण एवं विपणन-वातावरण
- ई-मार्केटिंग
- पभोक्ता व्यवहार (स्वभाव, क्षेत्र, महत्व एवं प्रभावित करने वाले घटक)
- बाजार विभक्तिकरण (विचारधारा एवं महत्व, बाजार विभक्तिकरण के आधार)
- संवर्द्धन (संवर्द्धन के तरीकेय अनुकूलतम संवर्द्धन सम्मिश्रण)
- वैयक्तिक विक्रय
- वस्तु (वस्तु विचारधारा, उपभोक्ता एवं औद्योगिक वस्तु एवं वस्तु/उत्पादन जीवन-चक्र)
- वस्तु-नियोजन एवं विकास
- पैकेजिंग (भूमिका एवं कार्यय ब्राण्ड नाम एवं ट्रेडमार्क)
- मूल्य (विपणन में मूल्य का महत्व एवं वस्तु के मूल्य को प्रभावित करने वाले घटक, प्रकार तथा निर्धारण मूल्य)
- वितरण-माध्यम (विचारधारा एवं भूमिका, प्रकार तथा चुनाव को प्रभावित करने वाले घटक)
- फुटकर एवं थोक विक्रेता
- वस्तुओं का भौतिक वितरणय स्टाक नियन्त्रण एवं आदेश प्रोसेसिंग
- परिवहन एवं भण्डारण
Rashmi –
Very gd